
जम्मू कश्मीर में चुनाव से पहले राजनीतिक दलों ने रणनीति बनाना शुरू कर दिया है. इस बार केंद्र शासित राज्य में अलग राजनीतिक तस्वीर देखने को मिल सकती है. जम्मू कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों ने गैर कश्मीरियों को मतदाता बनाए जाने का आरोप लगाया है और विरोध करना शुरू कर दिया है. फारूक अब्दुल्ला के आवास पर आयोजित बैठक में महबूबा मुफ्ती, यूसुफ तारिगामी, उमर अब्दुल्ला समेत कांग्रेस नेता शामिल हुए.
सर्वदलीय बैठक के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा- आज सभी राजनीतिक दलों के नेता उपस्थित हैं. हम नहीं चाहते कि बाहरी लोगों को जम्मू-कश्मीर में मतदान का अधिकार मिले. हम जम्मू-कश्मीर के सीईओ द्वारा दिए गए आश्वासनों पर भरोसा नहीं कर सकते हैं. फारूक बोले- पीएम ने कहा था कि हम दिल्ली की दूरी और दिल की दूरी को कम करेंगे, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है.
बाहर से आने वाली पार्टियों को स्वीकार नहीं करते
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अलग-अलग पार्टियों के लोग एकजुट होकर अलग-अलग मुद्दे लेकर आए हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि हर दिन नए कानून आने से उनके अधिकारों पर हमला हो रहा है. हम बाहर से आने वाली पार्टियों को स्वीकार नहीं करते.
कांग्रेस बोली- हम गुपकार गठबंधन के हिस्सा नहीं
बता दें कि सर्वदलीय बैठक से पहले कांग्रेस ने स्थिति स्पष्ट की थी. कांग्रेस ने कहा था कि वह सर्वदलीय बैठक में शामिल होगी. जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला आज बैठक में शामिल होने के लिए फारूक अब्दुल्ला के आवास पहुंचे. रमन भल्ला ने कहा- हम जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों को मतदाताओं के रूप में शामिल करने के खिलाफ हैं. इसी मुद्दे पर इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. हम गुपकार गठबंधन (Gupkar Alliance) का हिस्सा नहीं हैं.
गैर स्थानियों को वोटर बनाने का विरोध
वहीं, अवामी नेशनल कांफ्रेंस के नेता मुजफ्फर शाह ने कहा- हम गैर-स्थानीय लोगों के लिए मतदान के अधिकार के खिलाफ हैं. इस मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दल एकमत हैं.