
बांग्लादेश में कश्मीर की एक एमबीबीएस छात्रा की मौत से अनंतनाग जिले में मातम का माहौल है. छात्रा की पहचान खुशबू मंजूर के रूप में हुई है. इस मामले में ख्वाजा यूनुस अली मेडिकल कॉलेज पर शव के साथ अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगा है. इसे लेकर छात्रों ने विदेश मंत्रालय से दखल देने की मांग की है.
जम्मू-कश्मीर छात्र संघ का कहना है कि हम सभी को पता है कि बांग्लादेश में मृत्यु के बाद कश्मीर की एमबीबीएस छात्रा खुशबू मंजूर के शरीर को दफना दिया गया है. लेकिन उनके शव के साथ अमानवीय व्यवहार हुआ है.
जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने कहा कि हम एक जिम्मेदार संगठन हैं. संघ ने ट्विटर पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता को टैग करते हुए लिखा कि हमारी मांग है कि इस मामले का संज्ञान लें. इसके साथ ही इस कॉलेज को आगे के प्रवेश के लिए ब्लैक लिस्ट करें. छात्र संघ ने इस मामले में लोगों से अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए भी कहा है. साथ ही छात्रों से अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए मेल आईडी भी जारी की है.
एमबीबीएस छात्रा खुशबू मंजूर कश्मीर संभाग के अनंतनाग जिले की रहने वाली थीं. वह बांग्लादेश में मेडिकल की पढ़ाई कर रही थीं. बेटी की मौत की सूचना मिलते ही परिवार में मातम पसर गया. इसके साथ ही लोगों में कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ रोष भी है. खुशबू की मौत की सूचना पर भारी संख्या में इलाके के लोग उनके घर शोक व्यक्त करने पहुंचे. बता दें कि जम्मू-कश्मीर घाटी से हर साल भारी संख्या में युवा मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए जाते हैं.
इसी साल जून महीने में जम्मू-कश्मीर के एक छात्र को इलाज के लिए बांग्लादेश से एयरलिफ्ट कर लाया गया था. वह भी बांग्लादेश में MBBS की पढ़ाई कर रहा था. एक हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. छात्र को नई दिल्ली के एम्स में इलाज के लिए बांग्लादेश के एक अस्पताल से एयरलिफ्ट किया गया था.