
मंत्रिमंडल फेरबदल कर कठुआ रेप और हत्या मामले की क्षति नियंत्रण में लगी जम्मू-कश्मीर बीजेपी की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. पार्टी के चिनैनी से विधायक दीना नाथ भगत ने अपनी ही पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बीजेपी पार्टी दलित विरोधी है.
बीजेपी विधायक दीना नाथ भगत ने पार्टी के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया है. कठुआ के रसाना मामले के बाद बैकफूट पर आई बीजेपी ने सोमवार को मंत्रिमंडल में फेरबदल कर एक संदेश देने की कोशिश की. लेकिन उस कोशिश पर विधायक दीना नाथ ने पानी फेर दिया. पार्टी के प्रधान और सोमवार को मंत्री बने सत शर्मा विधायक के निशाने पर हैं. विधायक ने आरोप लगाए हैं कि उन्होंने एक साजिश के तहत दो मंत्रियों की बलि चढ़ा दी और खुद मंत्री बन गए.
दीना नाथ ने कहा कि सरकार इस मामले में बीजेपी अपने मंत्री पद बचाने के लिए सीबीआई जांच की मांग को अनसुना कर रही है. उनका आरोप है कि अगर बीजेपी सीबीआई जांच की बात कहती है तो इससे उनका मंत्री पद खतरे में पड़ जाएगा. साथ ही दीना नाथ ने यह भी दावा किया है कि वो अपनी लड़ाई बीजेपी में रह कर लड़ेंगे.
बीजेपी दलित विरोधी पार्टी- दीना नाथ
बीजेपी को दलित विरोधी बताते हुए दीना नाथ ने आरोप लगाया कि जम्मू- कश्मीर में दलितों को आरक्षण नहीं दिया जा रहा है. उनका आरोप है कि बीजेपी के 11 मंत्रियों में से सिर्फ 1 दलित को मंत्री बनाया गया जबकि बाकी जातियों के 10 मंत्री हैं. गौरतलब है कि जम्मू से बीजेपी के 7 दलित विधायक हैं.
बीजेपी ने विधायक के खिलाफ अपनाया कड़ा रुख
वहीं बीजेपी ने बागी हुए अपने विधायक के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सुनील सेठी के मुताबिक, विधायक को अगर पार्टी से कोई शिकायत थी तो उसे पार्टी नेताओं के साथ बैठ कर सुलझा सकते थे. मीडिया में जाकर इस तरह अपनी बात रखने का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने विधायक द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की टाइमिंग पर भी सवाल उठाए.