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गुलाम नबी आजाद G-23 नेताओं के साथ जम्मू-कश्मीर के दौरे पर, क्या है सियासी मकसद

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद उस समय जम्मू जा रहे हैं जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर जम्मू में डेरा डाल कर संभाग में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जोर लगा रहे हैं. गुलाम नबी आजाद के साथ जी-23 के कई नेता भी जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं. 

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली ,
  • 26 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 12:28 PM IST
  • गुलाम नबी आजाद जम्मू के तीन दिन दौरे पर
  • कश्मीर की राजनीति में गुलाम नबी की अहमियत
  • गुलाम नबी आजाद के साथ जी-23 के नेता भी हैं

राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने और संसद से विदाई के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद अपनी गृह राज्य जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को पहुंचेंगे. आजाद उस समय जम्मू जा रहे हैं जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर जम्मू में डेरा डाल कर संभाग में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जोर लगा रहे हैं. गुलाम नबी आजाद के साथ जी-23 के कई नेता भी जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं. 

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संसद से विदाई के बाद गुलाम नबी आजाद  जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं. सूत्रों की मानें तो G23 के कुछ नेताओं भी शनिवार को उनके साथ कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए पहुंचेंगे. इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा,  विवेक तंखा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी और अखिलेश सिंह जैसे नेता शामिल हैं. 

जम्मू-कश्मीर में 26 से लेकर 28 फरवरी तक सामाजिक संगठन की ओर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में गुलाम नबी आजाद को जोरशोर से सम्मानित किया जाएगा. राज्यसभा के सांसद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद गुलाम नबी आजाद का यह पहला जम्मू दौरा है.

ऐसे में जम्मू संभाग के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आजाद के समर्थकों द्वारा जम्मू पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया जाना तय है. गुलाम नबी आजाद के साथ शुक्रवार को कपिल सिब्बल व मनीष तिवारी जा रहे हैं जबकि आनंद शर्मा, विवेक तंखा और आनंद सिंह शनिवार को पहुंचेगे. 

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गुलाम नबी आजाद के कार्यक्रम का पोस्टर

प्रधानमंत्री ने उन को विदाई देते वक्त आखरी में कहा था कि वह गुलाम नबी आजाद को सेवानिवृत्त नहीं होने देंगे यानी कि रिटायर नहीं होने देंगे उसके बाद से ही कयास बाजी जोरों पर है. हालांकि, आजाद ने आज तक को इंटरव्यू में यह साफ कहा है कि वह कांग्रेस में है कांग्रेसी है और कांग्रेसी ही रहेंगे. ऐसे में उनका आने से समर्थक यह संदेश देने की तैयारी में हैं कि जम्मू कश्मीर की राजनीति में उनका स्थान मजबूत है.

जम्मू कश्मीर में कांग्रेस की राजनीति में गुलाम नबी आजाद अहम स्थान रखते हैं और पार्टी के सबसे बड़े चेहरे माने जाते हैं.  जम्मू कश्मीर में गुलाम नबी आजाद के कार्यक्रम के पोस्टर जारी किए गए हैं, उसमें उन्हें केसरिया पाग पहने हुए दिखा गया है. मौजूदा हालात में उनका दौरा और भी अहम हो जाता है, क्योंकि इस समय कांग्रेस की सियासत में नजर अंदाज चल रहे हैं. कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा के कार्यकाल पूरा होने के बहाज उन्हें पार्टी में कोई अहम जिम्मेवारी नहीं मिली है. 

कांग्रेस में पिछले दो दशक की सियासत में कश्मीर के नेताओं का पलड़ा भारी रहा है. मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर से पहले सैफुद्दीन सोज व उनसे पहले प्रदेश कांग्रेस की कमान पीरजादा मोहम्मद सईद के हाथ थी. ये सभी नेता कश्मीर से हैं. ऐसे में जम्मू संभाग से पहले मुख्यमंत्री बनने वाले आजाद जम्मू क्षेत्र में खासा प्रभाव रखते हैं. ऐसे में देखना है कि गुलाम नबी अपने तीन दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे से क्या सियासी संदेश देते हैं? 

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