
जम्मू-कश्मीर में मौसम खराब होने के कारण एक बार फिर अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है. बताया जा रहा है कि भारी बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर पहाड़ दरक रहे हैं. प्रशासन ने एहतियात के तौर पर अमरनाथ यात्रियों को कश्मीर घाटी में जाने से रोक दिया है.
अब तक पिछले 30 दिनों में लगभग 3.30 लाख श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा कर ली है. पुलिस ने कहा कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवरोध होने के कारण भगवती नगर यात्री निवास से बुधवार को किसी श्रद्धालु को यात्रा के लिए अनुमति नहीं दी गई. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने कहा कि एक जुलाई से यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 3,31,770 यात्री पवित्र शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. मंगलवार को 10,360 यात्रियों ने दर्शन किए.
एसएएसबी के अधिकारियों ने कहा, "राजस्थान के गंगानगर की रहने वाली गंभीर रूप से बीमार एक तीर्थयात्री ऊषा (60) को मंगलवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निर्देश पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से शेषनाग से श्रीनगर ले जाया गया. श्राइन बोर्ड ने अब तक गंभीर रूप से बीमार सभी 16 तीर्थयात्रियों को उचित इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है."
श्रद्धालुओं के अनुसार, कश्मीर में समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित अमरनाथ गुफा में बर्फ की विशाल संरचना बनती है जो भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों की प्रतीक है. एसएएसबी के अधिकारियों के अनुसार, यात्रा के दौरान 26 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. इसके अलावा दो स्वयंसेवियों और दो सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो चुकी है. इस साल 17 जुलाई को शुरू हुई 45 दिवसीय अमरनाथ यात्रा का समापन 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ होगा.