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J-K: SKIMS अस्पताल के बाहर सुरक्षाबलों की आतंकियों संग मुठभेड़, भागने में कामयाब दहशतगर्द

जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक पहले आतंकियों द्वारा अस्पताल के बाहर फायरिंग की गई, इसके बाद जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया. लेकिन इस गोलीबारी की वजह से वहां भगदड़ मच गई.

SKIMS अस्पताल के बाहर सुरक्षाबलों की आतंकियों संग मुठभेड़ (ANI) SKIMS अस्पताल के बाहर सुरक्षाबलों की आतंकियों संग मुठभेड़ (ANI)
aajtak.in
  • श्रीनगर,
  • 05 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 7:11 PM IST
  • अस्पताल के बाहर सुरक्षाबलों की आतंकियों संग मुठभेड़
  • भगदड़ की वजह से भागने में कामयाब रहे दहशतगर्द

श्रीनगर के SKIMS अस्पताल के बाहर गोलीबारी की खबर है. कहा जा रहा है कि सुरक्षाबलों की वहां पर आतंकियों संग मुठभेड़ हुई और फिर गोलीबारी का दौर शुरू हो गया. लेकिन गोलीबारी होने की वजह से वहां हुई अफरातफरी में सभी आतंकी मौके से भागने में कामयाब रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक पहले आतंकियों द्वारा अस्पताल के बाहर फायर किया गया. इसके बाद जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया. इस गोलीबारी की वजह से भगदड़ मच गई और उसका फायदा उठा आतंकी वहां से भाग निकले. अभी के लिए सेना द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और पूरे इलाके को घेर लिया गया है.

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कहा जा रहा है कि ये हमला हाइब्रिड आतंकियों द्वारा किया गया है. जब से घाटी में फिर विकास पर जोर दिया जा रहा है, आतंकी लगातार ऐसे हमले कर हौसलों को परास्त करना चाहते हैं. कभी आम नागरिकों पर गोलियां चल रही हैं तो कभी बाहरी लोगों के मन में डर पैदा किया जा रहा है.

इस वजह से पिछले महीने कई आतंकी घटनाएं देखने को मिलीं. लंबे समय बाद घाटी में पलायन का दौर भी देखने को मिला जहां पर कई बाहरी लोग घाटी छोड़ जम्मू जाने लगे.

अभी के लिए घाटी में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. गृह मंत्री अमित शाह का एक दौरा हो चुका है, लेकिन जमीन पर स्थिति ज्यादा नहीं बदली है. आतंकी लगातार छिटपुट हमले कर डर का माहौल कायम रखना चाहते हैं. लेकिन क्योंकि सेना की जवाबी कार्रवाई काफी तेज और कारगर है, ऐसे में आतंकियों का वो सपना पूरा नहीं हो रहा.

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अभी के लिए कहा जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर को लेकर केंद्र किसी नीति पर विचार कर रहा है. पीएम मोदी की एनएसए अजीत डोभाल संग बैठक भी हो चुकी है. क्या फैसला हुआ, इसका खुलासा नहीं हुआ, लेकिन आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात कही जा रही है.

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