
जम्मू कश्मीर में भारी सुरक्षा बल तैनात है. अनुच्छेद 370 हटाने से पहले ही राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी. कई इलाकों में इंटरनेट सर्विस भी बंद हैं. करगिल में भी इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. मोबाइल फोन ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. इस स्थिति से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बाहर रह रहे स्टूडेंट के लिए हेल्पलाइन जारी किया है.
श्रीनगर के डीसी शाहिद चौधरी ने बताया कि दो हेल्पलाइन नंबर 9419028242, 9419028251 जारी किए गए हैं, जिससे राज्य से बाहर रह रहे कश्मीरी संपर्क कर सकते हैं. स्थानीय लोग भी प्रशासन से इन हेल्पलाइन नंबर से संपर्क कर सकते हैं.
राज्य में अनुच्छेद 370 से संबंधित सरकार की घोषणा से पहले ही कर्फ्यू लगा दिया गया था. इंटरनेट और टेलीफोन (मोबाइल व लैंडलाइन दोनों) सहित सभी संचार माध्यम बंद कर दिए गए थे. इस वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत मिलने वाले सारे विशेषाधिकार हटा दिए गए हैं. साथ ही राज्य को दो हिस्सों में बांट दिया है.
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अब से अलग-अलग क्रेंद शासिन प्रदेश होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 हटने से होने वाले लाभ बताए. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एक ऐसी व्यवस्था लागू थी जिसकी वजह से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहन अनेक अधिकारों से वंचित थे, जो उनके विकास में बड़ी बाधा बन रह थी. अनुच्छेद 370 हटने से जम्मू कश्मीर और लद्दाख में एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है.