
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हिंदू परिवारों पर साल के पहले दिन हुए आतंकी हमले को लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है, जिसके बाद केंद्र सरकार की ओर से पुंछ और राजौरी में सीआरपीएफ की लगभग 18 कंपनियां तैनात कर दी गई हैं. इस बीच आज राजौरी पुलिस ने VDC सदस्यों और पूर्व सैनिकों को बंदूकों के साथ बुलाया था. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि उनकी बंदूकें चालू हालत में हैं या नहीं. जरूरत के मुताबिक, पुलिस वीडीसी को नई बंदूकें भी जारी करेगी.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी इलाके में अर्धसैनिक बलों की 18 कंपनियां तैनात की गई हैं. जिनमें से 10 कंपनियां दिल्ली से भेजी गई हैं. दोनों क्षेत्रों के चप्पे-चप्पे पर सेनाबल तैनात रहेगा, ताकि फिर से आतंकी किसी हिंदू परिवार को यहां निशाना न बना सकें.
बता दें कि नए साल (1 जनवरी) पर जम्मू-कश्मीर के राजौरी और श्रीनगर के जदीबल इलाके में आतंकियों ने हमला किया था. आतंकवादियों ने राजौरी में हिंदू परिवारों पर फायरिंग की थी, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई. साथ ही 7 लोग घायल हो गए थे. सुरक्षाकर्मियों ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था. आतंकियों ने ये गोलीबारी राजौरी के धनगरी इलाके में की थी.
पुलिस के मुताबिक करीब 7:15 बजे हायर सेकेंड्री स्कूल, डांगरी के पास गोलीबारी की घटना हुई थी, जिसमें एक महिला और एक बच्चे समेत एक हिंदू परिवार के 7 लोग घायल हो गए थे. बाद में सतीश सहित 4 लोगों ने दम तोड़ दिया था, जबकि अन्य का इलाज जीएमसी राजौरी में चल रहा है. घटना अपर डांगरी गांव में हुई. करीब 50 मीटर की दूरी पर अलग-अलग तीन घरों में फायरिंग की गई.
श्रीनगर में भी हुआ आतंकी हमला
इस घटना के बाद देर रात कश्मीर जोन में भी आतंकियों ने हमला किया था. कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट कर बताया था कि श्रीनगर के जदीबल के एमके चौक पर सीआरपीएफ के वाहन पर आतंकियों ने ग्रेनेड हमला किया था. हमले में एक नागरिक घायल हो गया था.
2022 में 172 आतंकी हुए ढेर
2022 के आखिरी दिन ADGP कश्मीर विजय कुमार ने जानकारी दी थी कि गत वर्ष के दौरान कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच कुल 93 सफल मुठभेड़ हुईं. जिसमें 42 विदेशी आतंकवादियों सहित 172 आतंकवादियों को मार गिराया. मारे गए अधिकतम आतंकवादी (108) LeT/TRF संगठन से थे, उसके बाद JeM (35), HM (22), अल-बद्र (4) और AGuH (3) के थे.