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जम्मू-कश्मीर: आतंकी घटनाओं में अचानक हुई बढ़ोतरी, इस हफ्ते में दूसरी बार सुरक्षाबल बने निशाना

जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ वक्त में आतंकी घटनाओं में तेज़ी आई है. बीते दिन ही शोपियां में आतंकियों ने एक पुलिसवाले को निशाना बनाया.

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं आतंकी (फाइल फोटो: PTI) जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं आतंकी (फाइल फोटो: PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 जून 2021,
  • अपडेटेड 10:03 AM IST
  • शोपियां में आतंकी हमले में पुलिसवाला शहीद
  • इस हफ्ते में दूसरी बार सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया

जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर हलचल तेज़ हुई है. पिछले कुछ दिनों में आतंकवादियों द्वारा सुरक्षाबलों को निशाने पर लिया जा रहा है. बीते दिन ही शोपियां में एक पुलिस इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इससे पहले भी पिछले कुछ दिनों में आतंकवादियों द्वारा सुरक्षाबलों के दस्ते पर हमला किया गया था. 

शोपियां में पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या
दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को आतंकवादियों ने एक पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या कर दी. कनीपोरा इलाके में परवेज़ अहमद नमाज़ पढ़कर लौट रहे थे, लेकिन तभी पीछे से कुछ आतंकवादी आए और उनपर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया. परवेज़ को तीन गोलियां लगीं, बाद में अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. बता दें कि परवेज़ अहमद, सीआईडी के साथ काम कर रहे थे. 

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क्लिक करें: J-K: पुलिस इंस्पेक्टर परवेज अहमद की आतंकियों ने गोली मार की हत्या

शोपियां में ही हुआ था नाका पार्टी पर हमला
मंगलवार की घटना से पूर्व एक दिन पहले भी आतंकियों द्वारा शोपियां में ही सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया था. शोपियां जिले के बाबापोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ की नाका पार्टी पर हमला किया, हालांकि गनीमत की बात ये रही कि किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था. जब आतंकवादियों ने हमला किया, तब सुरक्षाबलों ने जवाबी फायरिंग की. आतंकवादी तुरंत वहां से भाग निकले थे.

आतंकवादी इससे पहले पिछले शुक्रवार को भी सुरक्षाबलों की एक पार्टी पर हमला कर चुके थे. जैनापोरा में आतंकियों द्वारा सुरक्षाबलों पर फायरिंग की गई थी, लेकिन किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था. 

राजनीतिक हलचल के बीच एक्टिव हुए आतंकवादी
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में आतंकी घटनाओं में अचानक बढ़ोतरी हुई है. ये सब तब हो रहा है जब जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक हलचल बढ़ने लगी हैं. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए हुए दो साल पूरे होने को हैं, इस बीच केंद्र सरकार ने राज्य के नेताओं से चर्चा के लिए 24 जून को बैठक बुलाई है. बता दें कि आतंकवादी, हुर्रियत के संगठन लगातार किसी भी तरह की बातचीत का विरोध करते आए हैं. 

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