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कॉन्स्टेबल जावेद को दोस्तों के बीच से उठा ले गए थे आतंकी

जावेद अहमद डार की मां हज के लिए जाने वाली थीं, जिसके लिए वह दवाईयां लेने जा रहे थे. जिस दौरान आतंकियों ने उनके अगवा किया. यहां समझें आखिर किस तरह आतंकियों ने अपनी कायरता का प्रदर्शन किया और पुलिस जवान को बेरहमी से मार दिया था.

कांस्टेबल जावेद अहमद डार (फाइल फोटो) कांस्टेबल जावेद अहमद डार (फाइल फोटो)
शुजा उल हक/अशरफ वानी
  • श्रीनगर,
  • 06 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 2:31 PM IST

जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान को निशाना बनाया है. गुरुवार को आतंकियों ने पुलिसकर्मी जावेद अहमद डार को अगवा कर उसकी हत्या कर दी, देर रात को उनका शव बरामद किया गया.

जावेद अहमद डार की मां हज के लिए जाने वाली थीं, जिसके लिए वह दवाईयां लेने जा रहे थे. जिस दौरान आतंकियों ने उनके अगवा किया. यहां समझें आखिर किस तरह आतंकियों ने अपनी कायरता का प्रदर्शन किया और पुलिस जवान को बेरहमी से मार दिया था.

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- 3 से 4 आतंकी सैंट्रो कार में जावेद को अगवा करने आए थे

- दवाईयां लेने बाजार निकले जावेद को बंदूक की नोक पर उठा ले गए

- जब जावेद को अगवा किया जा रहा था तब कुछ दोस्त भी उनके साथ थे

- हवा में फायरिंग कर आतंकियों ने पहले दहशत का माहौल बनाया

- और फिर जावेद को अगवा कर ले गए

- जावेद की लाश पड़ोसी जिले कुलगाम में मिली

हिज्बुल मुजाहिद्दीन ने जावेद की हत्या की जिम्मेदारी ली है. इस आतंकी संगठन ने जावेद को टॉर्चर करने की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर जारी की हैं.

डरपोक आतंकी जावेद की जांबाजी से बुरी तरह डर गए थे. क्योंकि जावेद जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसएसपी शैलेंद्र मिश्रा की टीम का हिस्सा थे. ये वही टीम है जिसने 1 अप्रैल 2018 को शोपियां में बड़ी घेराबंदी कर 13 आतंकियों को एक साथ मार गिराया था. जावेद की हत्या उसी ऑपरेशन का बदला है लेकिन अब बदले की बारी सेना की है, आतंकी चुन-चुनकर मारे जाएंगे ये तय है.

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