
गुरुवार को जम्मू में कश्मीरी पंडितों ने प्रदर्शन किया. कश्मीर घाटी से विस्तापित लोगों के फिर से पंजीकरण खोलने के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकरियो की मांग थी कि कश्मीर को लेकर सरकार जल्द अपना रुख साफ करे.
जम्मू में प्रदर्शन करने वाले ये वो कश्मीरी पंडित हैं जो 1990 में कश्मीर में पनपे आतंकवाद के बाद जम्मू में आकर बस गए थे. 1990 से 2008 तक सरकार ने घाटी से विस्तापित परिवारों का पंजीकरण किया. 2008 के बाद यह प्रक्रिया बंद कर दी गई.
इस साल से राज्य सरकार ने घाटी में रह रहे कश्मीरी परिवारों के पंजीकरण की प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी. सरकार के इस फैसले से यह पंडित परिवार भड़के हुए हैं. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि एक तरफ सरकार घाटी में सामान्य हालात का हवाला देते हुए पंडितो के पुनर्वास की बात कर रही है और वहीं दूसरी तरफ सरकार घाटी के परिवारों के लिए पंजीकरण करवा रही है.