
ऑल इंडिया कश्मीरी समाज के अध्यक्ष रवींद्र पंडित ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर शारदा पीठ में पूजा के अधिकार को हासिल करने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. शारदा पीठ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित एक प्राचीन हिंदू मंदिर है.
दरगंज स्थित शृंगेरी मठ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रवींद्र पंडित ने कहा, 'भारत-पाकिस्तान संधि के तहत, केवल वे कश्मीरी लोग शारदा पीठ जा सकते हैं जिनके रिश्तेदार वहां (PoK) में रहते हैं. लेकिन किसी भी कश्मीरी हिंदू के वहां रिश्तेदार नहीं हैं, इसलिए वे वहां नहीं जा सकते.'
उन्होंने बताया कि पिछले महीने महाकुंभ के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शृंगेरी पीठ के शंकराचार्य विद्युषेखर भारती जी से मुलाकात की थी और इस मुद्दे पर सरकार के प्रयासों का भरोसा दिया था. लेकिन अब तक सरकार ने कोई समय-सीमा नहीं बताई है.
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय जाने की बात
रवींद्र पंडित ने दावा किया कि शारदा पीठ, जो नियंत्रण रेखा (LoC) से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है, अब अतिक्रमण का शिकार हो रहा है. उन्होंने चेतावनी दी, 'अगर भारत सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया, तो हम अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) का दरवाजा खटखटाएंगे या फिर हमें मजबूर होकर नियंत्रण रेखा पार करनी पड़ेगी.'
LoC परमिट के लिए आवेदन किया
रवींद्र पंडित, जो इस मुद्दे को कई मंचों पर उठा चुके हैं, उन्होंने बताया कि उन्होंने दो बार शारदा पीठ जाने के लिए LoC परमिट के लिए आवेदन किया था, लेकिन दोनों बार भारत सरकार ने संधि का हवाला देते हुए इसे खारिज कर दिया. उन्होंने केंद्र सरकार से कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाने और कश्मीर में स्थित मंदिरों की सुरक्षा के लिए एक श्राइन बोर्ड बनाने की भी मांग की.