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आतंकियों के हमले में शहीद हुए थे औरंगजेब, अब दो भाई हुए सेना में शामिल

पिछले साल 14 जून की सुबह राजौरी में औरंगजेब ईद मनाने के लिए अपने गांव जा रहे थे. इसी दौरान पुलवामा के कालम्पोरा से आतंकियों ने उनका अपहरण कर लिया था और उनकी हत्या कर दी थी.

सेना की वर्दी में औरंगजेब के दोनों भाई (फोटो- सुनील भट्ट) सेना की वर्दी में औरंगजेब के दोनों भाई (फोटो- सुनील भट्ट)
सुनील जी भट्ट
  • जम्मू,
  • 22 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 12:05 AM IST

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भारतीय सेना के शहीद जवान औरंगजेब के भाई मोहम्मब शाबिर और मोहम्मद तारिक भारतीय सेना में शामिल हो गए हैं. औरंगजेब पिछले साल 14 जून की सुबह राजौरी में ईद मनाने के लिए अपने गांव जा रहे थे. इसी दौरान पुलवामा के कालम्पोरा से आतंकियों ने उनका अपहरण कर लिया था.

14 जून की शाम पुलिस और सेना के संयुक्त दल ने औरंगजेब का शव कालम्पोरा से करीब 10 किलोमीटर दूर गुस्सु गांव में बरामद किया था. उनके सिर और गर्दन पर गोलियां मारी गई थीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शहीद जवान की हत्या से पहले उन्हें टॉर्चर भी किया गया था. औरंगजेब हिज्बुल आतंकी समीर को 30 अप्रैल 2018 को ढेर करने वाले मेजर रोहित शुक्ला की टीम में शामिल थे. जांबाज औरंगजेब ने कई बड़े ऑपरेशनों को अंजाम दिया था.

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गौरतलब है कि पुलवामा जिले में मई महीने में हुई मुठभेड़ में पिछले वर्ष जवान औरंगजेब का अपहरण कर उसकी हत्या करने वाला एक आतंकवादी समेत तीन आतंकवादी मारे गए थे. इसके अलावा बारामूला में जवानों ने एक अन्य आतंकवादी को ढेर कर दिया. पुलवामा के पंजगाम में मारा गया आतंकवादी शौकत अहमद डार राइफलमैन औरंगजेब के अपहरण और हत्या में शामिल था.

44 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान औरंगजेब का पुलवामा के कालम्पोरा गांव में उनके निजी वाहन से 14 जून को अपहरण कर लिया गया था. वे तभी पुंछ जिले में अपने परिवार के साथ मिलकर ईद मनाने जा रहे थे. उनका गोली से छलनी शरीर अगले दिन पुलवामा के पास मिला था.

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