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'मैं मर जाऊं तो प्लीज हमारी बेटी का ख्याल रखना', गोली लगने के बाद शहीद DSP हुमायूं भट के पत्नी से आखिरी शब्द

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में बुधवार को हुई मुठभेड़ में डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए थे. दुश्मन की गोली से घायल होने के बाद हुमायूं भट ने अपनी पत्नी फातिमा को वीडियो कॉल किया था. उन्होंने कहा था कि अगर मैं मर जाऊं तो प्लीज हमारी बेटी का ख्याल रखना.

 शहीद डीएसपी हुमायूं भट (फाइल फोटो) शहीद डीएसपी हुमायूं भट (फाइल फोटो)
कमलजीत संधू
  • श्रीनगर,
  • 16 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:30 PM IST

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में बुधवार को हुई मुठभेड़ में डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए. बहादुर सपूत शहीद हुमायूं भट की बीते साल शादी हुई थी, उनकी एक 2 महीने की बेटी है. दुश्मन की गोली से घायल होने के बाद हुमायूं भट ने एक वीडियो कॉल किया था. ये कॉल आखिरी कोशिश थी अपनी मासूम बेटी की एक झलक पाने की. लेकिन ये वक्त इतना मुश्किल भरा था, जिसे बयां करना आसान नहीं है. शहादत से कुछ पल पहले उन्होंने पूरा साहस जुटाया. ये आखिरी कोशिश थी एक पिता की, जो अपने जिगर के टुकड़े को देखना चाहते थे. 

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रिपोर्ट के मुताबिक TRF के पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की गोलियों से जख्मी होने के बाद डीएसपी हुमायूं भट का बहुत ज्यादा खून बह गया था. इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी को वीडियो कॉल किया था. 

शहादत से पहले पिता को भी किया था फोन


अपनी शादी की पहली सालगिरह से एक पखवाड़े पहले हुमायूं भट ने अपनी पत्नी को फोन करके बताया कि वह अब नहीं बच पाएंगे. उन्होंने अपनी पत्नी फातिमा से वीडियो कॉल करके कहा कि अगर मैं मर जाऊं तो प्लीज हमारी बेटी का ख्याल रखना. जानकारी के मुताबिक पत्नी को वीडियो कॉल करने से पहले उन्होंने अपने पिता रिटायर्ड डीआईजी गुलाम हसन भट को भी फोन कर बताया कि वह घायल हो गए हैं लेकिन फिलहाल ठीक हैं.

सर्च ऑपरेशन का हिस्सा थे शहीद DSP

डीएसपी भट उन तीन अधिकारियों में एक थे, जो आतंकियों के लिए चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन का आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे थे. तभी आतंकियों ने गोलियां बरसा दीं. इस दौरान कर्नल मनप्रीत और मेजर आशीष को भी गोली लगी थी. इसके चलते तीनों वीर सपूत घायल हो गए 

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इलाज के लिए किया गया था एयरलिफ्ट

DGP के मुताबिक इसकी जानकारी मिलने के बाद आतंकियों के ठिकाने पर ऑपरेशन चलाया गया. साथ ही घने जंगल के कारण हेलीकॉप्टर से पहुंचे बचाव दल को उन तक पहुंचने में समय लगा. उन्हें इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया गया. लेकिन इलाज के दौरान उन्हें बचाया नहीं जा सका. लिहाजा तीनों सपूतों ने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. DGP दिलबाग सिंह ने कहा कि मैंने मुठभेड़ स्थल से डीएसपी हुमायूं भट के पिता से बात की और उन्हें बताया कि हमारी बचाव टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है और हम उन्हें नीचे उतार रहे हैं. मैंने उन्हें वीडियो कॉल पर दिखाया कि बचाव के लिए क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं. 

पिता पूर्व DIG और पत्नी हैं प्रोफेसर

बचाव दल को कुछ स्थानीय ग्रामीणों के साथ भेजा गया था, लेकिन तब तक बहुत ज्यादा खून बहने से डीएसपी भट शहीद हो गए. शहीद डीएसपी हुमायूं भट्ट की फैमिली में उनकी पत्नी और दो महीने की बेटी है. उनके पिता गुलाम हसन भट्ट पूर्व DIG हैं. वह मूलतः पुलवामा जिले के रहने वाले हैं. अब ये परिवार बड़गाम के हुमहामा इलाके में एक कॉलोनी में रहता है. हुमायूं भट्ट बीते तीन साल से जम्मू कश्मीर पुलिस में बतौर डीएसपी कार्यरत थे. उनके पिता रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर हैं. हुमायूं की पत्नी प्रोफेसर हैं.

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आतंकियों के खात्मे के लिए ड्रोन से बरसाए जा रहे बम

बता दें कि अनंतनाग के कोकरनाग में आतंकियों के खात्मे के लिए सुरक्षाबलों ने शनिवार को चौथे दिन भी सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान एक आतंकी को सुरक्षाबलों ने मार गिराया. जंगलों में छिपे आतंकियों पर ड्रोन से बम बरसाए जा रहे हैं. वहीं, किश्तवाड़ में पुलिस ने उन घरों पर नोटिस चिपकाया है, जिन घरों के लोग आतंकवादी ट्रेनिंग के लिए PoK गए हैं.  उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने आज अनंतनाग के कोकरनाग में चल रहे ऑपरेशन की स्थिति की समीक्षा की. उन्हें ग्राउंड कमांडरों द्वारा ऑपरेशनों के बारे में जानकारी दी गई. सुरक्षाबलों ने बताया कि हर पर निगरानी की जा रही है. भारी गोलीबारी के साथ ही हाईटेक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है. 

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