
पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान शेख की तारीफ की है. दरअसल, पाकिस्तान में एक वन क्षेत्र का नाम सरकार ने सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव पर रखा गया है. इमरान सरकार के इस कदम की तारीफ करने के साथ ही महबूबा ने मोदी सरकार पर प्राचीन शहरों के नाम बदलने और राम मंदिर पर उसके रुख पर नराजगी जाहिर की.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट करके लिखा कि समय कैसे बदलता है. केंद्र की शीर्ष प्राथमिकता ऐतिहासिक शहरों का नाम बदलना और राम मंदिर का निर्माण प्रतीत होती है. वहीं दूसरी ओर, यह देखना दिल को छू जाता है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने बालोकी वन क्षेत्र का नाम गुरूनानक जी पर रखने और उनके नाम पर एक विश्वविद्यालय बनाने के लिए कदम उठाए हैं.
उन्होंने कहा कि मुस्लिम नाम वाले स्मारकों और पुराने शहरों को हिंदू नाम दिए जा रहे हैं. मंदिर बनाने की दौड़ है. गौ रक्षा के नाम पर मुसलमानों को मार दिया जाता है, कार्रवाई करने के बजाय सरकार पीड़ितों को ही मध्यप्रदेश की तरह एनएसए के तहत जेलों में डाल देती है. हिंदुत्व के नाम पर राजनीति की जा रही.
महबूबा के आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि नरेंद्र मोदी का नाम लेने या भारत के आंतरिक मामले के बारे में बात करने के अलावा पाकिस्तान के पास कोई अन्य एजेंडा नहीं है. पाकिस्तान नेतृत्व 'नए पाकिस्तान' के बारे में बात कर रहा है, लेकिन कोई नई बात नहीं है. जम्मू और कश्मीर में ऐसे कुछ नेता हैं जो भारत के बारे में कुछ भी अच्छा नहीं देख सकते हैं, लेकिन पाकिस्तान के बारे में चिंतित हैं.
बता दें, मोदी सरकार में कई शहरों का नाम बदला गया है. इनमें मुगलसराय, इलाहाबाद, गुड़गांव, मेवात शामिल है. इसके अलावा सरकार और बीजेपी दोनों राम मंदिर निर्माण को लेकर अपनी प्रतिबद्धता का जिक्र हर जगह कर रही है.
इमरान ने किया था ये ऐलान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक समारोह में कहा था कि बालोकी वन क्षेत्र और ननकाना साहिब में एक नए विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी और इसका नाम बाबा गुरू नानक के नाम पर रखा जाएगा. पाकिस्तान सभी नागरिकों का है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि गुरूनानक जी की 550वीं जयंती के लिए सिख श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो.