
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर में अपने कार्यों की प्राथमिकताएं लगभग तय कर दी हैं. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, कानून के राज की स्थापना और छोटे या बड़े भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई इसमें शामिल है. हालांकि ऐसी कार्रवाई काफी पहले से देखी जा रही है लेकिन मौजूदा सरकार के गठन के बाद इसमें तेजी आने की संभावना है. ईडी, एनआईए, सीबीआई, सीबीडीटी और जम्मू कश्मीर सरकार की कई एजेंसियां अपने अपने काम में लग गई हैं. अभी हाल में जहूर वाताली और अन्य आरोपियों के खिलाफ टेरर फंडिंग को लेकर कार्रवाई की गई है. गुरुग्राम और जम्मू कश्मीर में इनसे जुड़ी संपत्तियों की कुर्की की गई. यासीन मलिक के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई हुई जिस पर 4 वायु सैनिकों की हत्या का आरोप है.
जम्मू कश्मीर में बड़े बड़े लोगों के खिलाफ भी भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई जारी है. इसका उदाहरण अभी हाल में देखने को मिला जब जेएंडके बैंक के चेयरमैन के खिलाफ शिकंजा कसा. केंद्रीय गृह मंत्रालय के गंभीर प्रयासों का ही नतीजा है कि अभी हाल में जम्मू कश्मीर में एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) का गठन किया गया है. दो महीने पहले ही एसीबी प्रमुख की नियुक्ति भी की गई है. एसीबी ने इन आरोपों पर जेएंडके बैंक के चेयरमैन के खिलाफ कार्रवाई की है
-अच्छी छवि न होने के बावजूद जेएंडके बैंक के पूर्व चेयरमैन परवेज नेंगरू को सीए से चेयरमैन बना दिया गया.
-चेयरमैन बनते ही उन्होंने अपने भतीजे मुजफ्फर को जेएंडके बैंक में नौकरी दिलाई.
-उनकी बेटी शाजिया अंबरीन पीओ के तौर पर नियुक्त हुईं और फिलहाल हजरत बल शाखा में कार्यरत हैं.
-जेएंडके बैंक के दो ब्रांच कापिन शोपियां और वुयान पुलवामा चेयरमैन के घर में चल रहे हैं. दोनों बैंकों की जगह काफी खतरनाक है और बैंक के कामकाज के लिहाज से जगह सही नहीं हैं.
-पर्सनल मैनेजर असलम गनी परवेज नेंगरू के काफी करीबी हैं और उन पर आरोप है कि उनकी मिलीभगत से बैंक में संदिग्ध लेनदेन किए गए. बैंक के बारे में यह सबको पता है कि ट्रांसफर के लिए किससे संपर्क किया जाता है.
-नेंगरू के दो रिश्तेदार आसिफ बेग और एम. फाहिम एचआर और बोर्ड मामलों को देखते हैं.
-नेंगरू की बहन का बेटा इफको टोकियो में काम करता है. अभी हाल में इस कंपनी के साथ बैंक ने इंश्योरेंस डील की है.
एसीबी इसमें कई मामलों की छानबीन कर रही है. कुछ आदतन डिफॉल्टर्स को बार बार लोन क्यों दिए गए जबकि कई सीसी अकाउंट एनपीए में दर्ज हो गए थे. बैंक के नियमों को ताक पर रखते हुए सैकड़ों करोड़ रुपए के लोन पास किए गए. बड़े डिफॉल्टर्स से रिश्वत लेकर लोन का मामला एक बार में सुलझा लिया गया. रॉयल स्प्रिंग गोल्फ कोर्स को सुंदर बनाने पर 8 करोड़ रुपए खर्च किए गए जबकि इसका आम लोगों से कोई वास्ता नहीं है. बजट दिखाने के लिए कश्मीर लाइफ को 30 लाख रुपया दिया गया जबकि इसे कोई नहीं देखता. ऐसे कई गंभीर मामले हैं जिनके खिलाफ एसीबी जांच कर रही है.
जम्मू कश्मीर में केंद्रीय गृह मंत्रालय का काम
-शासन को पुख्ता बनाने पर ध्यान
-भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर अंकुश
-निष्पक्ष रोजगार प्रणाली पर प्रहार
-टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर रोक
-आरबीआई की नीतियों के मुताबिक सीएमडी पोस्ट पर चयन
-बैंक का कामकाज सही चले और क्वॉलिटी बनी रहे, इस पर फोकस