
जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए थे. 31 जनवरी को हुई इस मुठभेड़ में समीर अहमद डार जिंदा पकड़ा गया था, जिसका पुलवामा कनेक्शन भी सामने आया. जैश के आतंकी समीर से जम्मू-कश्मीर पुलिस लगातार पूछताछ करने में लगी है.
वहीं, सिक्योरिटी ग्रिड के शीर्ष सूत्रों के मुताबिक, समीर व्हाट्सएप से जैश के मास्टमाइंड के साथ संपर्क में था. समीर एक पॉपुलर सोशल मीडिया चैट वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का इस्तेमाल कर व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तान में बैठे टेरर मास्टरमाइंड से संपर्क बनाए हुए था.
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इस नेटवर्क के जरिए यूजर्स इंटरनेट सेंसरशिप को नाकाम कर अपने हिसाब से एक्सेस कर कनेक्शन को सिक्योर कर लेता है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बीते 5 महीने से इंटरनेट बंद था. पाबंदी के बाद 25 जनवरी को दोबारा 20 जिले में 2जी मोबाइल इंटरनेट डाटा बहाल किया गया. हालांकि, इंटरनेट बहाल होने बाद भी वहां सोशल मीडिया का इस्तेमाल पूरी तरह बंद है.
डार्क वेब का इस्तेमाल
केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति को देखते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने चिन्हित 301 वेबसाइट पर इंटरनेट के उपयोग पर बैन के आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन टेरर ग्रुप हमले के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल कर रहा था. इस तरह पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जम्मू-कश्मीर में सोशल मीडिया के बैन के बावजूद संपर्क में था. जम्मू-कश्मीर में जैश का मास्टमाइंड, समीर को व्हाट्सएप के जरिए निर्देश देता था.
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समीर का पुलवामा कनेक्शन
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में शुक्रवार आतंकियों ने सीआरपीएफ की पोस्ट पर फायरिंग की. फायरिंग के बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी हुआ. जिसमें सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया. इसमें सीआरपीएफ का एक जवान भी घायल हो गया.
मुठभेड़ में मारे गए इन जैश-ए-मोहम्मद आतंकियों का पुलवामा कनेक्शन सामने आया. सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के जिन तीन आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर किया, वो फिदायीन हमलावर थे. वहीं, जिस समीर अहमद डार को जिंदा पकड़ा गया है, वो पिछले साल फरवरी में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने वाले आतंकी आदिल डार का चचेरा भाई है.