
आतंकवाद के नेटवर्क को नष्ट करने के अपने प्रयासों के तहत राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को कश्मीर के आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के एक ओवरग्राउंड वर्कर की संपत्ति को अटैच किया है. यह कार्रवाई अडूरा-कुलगाम के सरपंच की हत्या के मामले में की गई है.
नासिर राशिद भट की संपत्ति (एक आवासीय घर), जो कि जम्मू और कश्मीर के शोपियां के टेंगपोरा गांव में स्थित है, को UA(P) एक्ट, 1947 के तहत एनआईए के विशेष जज के आदेश पर अटैच किया गया है. मामले में आरोपी नासिर एक अन्य प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादी संगठन के सदस्य के साथ 11 मार्च 2022 को सरपंच की हत्या में शामिल था. जांच एजेंसी के अनुसार इस टारगेटेड हत्या का मकसद लोगों में डर फैलाना था.
NIA के जांच में शामिल होने से पहले यह केस जम्मू-कश्मीर पुलिस के पास थी. हालांकि बाद में मामले को एनआईए ने कुलगाम पुलिस से अपने हाथ में लिया था. एनआईए की जांच में सामने आया कि टारगेटे कर के की गई यह हत्या हिजबुल मुजाहिदीन के बड़े साजिश का हिस्सा थी. इसका उद्देश्य भारत की अखंडता, संप्रभुता और सुरक्षा को हिंसक हमलों और हत्याओं के जरिए प्रभावित करना था.
एनआईए की जांच में कई तथ्य सामने आए. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अपनी जांच में पाया कि भट ने आतंकवादियों को अपनी आल्टो कार मुहैया कराई थी. इसके अलावा वह सरपंच के घर की रेकी करने और आतंकवादियों को सरपंच की उपस्थिति के बारे में सूचना देेने के काम में भी शामिल था. इसके अलावा नासिर राशिद भट हमले वाले दिन आतंकवादियों को सरपंच के घर के आसपास के क्षेत्र में ले जाने के लिए अपनी कार का इस्तेमाल किया था.
एनआईए ने सरपंच की हत्या से जुड़े इस मामले में छह आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. इन सबके खिलाफ फिलहाल मुकदमा चल रहा है.