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इमानदारी और स्वच्छता के लिए नीतीश कुमार को पहला मुफ्ती सम्मान

यह अवार्ड जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एसएन वोहरा द्वारा मुख्यमंत्री को दिया गया. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को टोपी और अंगवस्त्र भी भेंट किया.

समारोह के दौरान महबूबा मुफ्ती, नीतीश कुमार और अन्य समारोह के दौरान महबूबा मुफ्ती, नीतीश कुमार और अन्य
सुजीत झा/अजीत तिवारी
  • कश्मीर,
  • 08 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 9:54 PM IST

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जम्मू कश्मीर सरकार ने प्रथम मुफ्ती मोहम्मद सईद अवार्ड फॉर प्रोबिटी इन पॉलिटिक्स एंड पब्लिक लाइफ से नवाजा गया. यह पुस्कार सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन में ईमानदारी के लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया. यह अवार्ड जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एसएन वोहरा द्वारा मुख्यमंत्री को दिया गया. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को टोपी और अंगवस्त्र भी भेंट किया.

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इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सबसे पहले आज के इस अवसर पर मोहतरमा महबूबा मुफ्ती जी को हृदय से धन्यवाद देता हूं. उन्होंने मुझे मुफ्ती साहेब की स्मृति का एक सम्मान 'प्रोबिटी इन पॉलिटिक्स एंड पब्लिक लाइफ' देने का निर्णय किया. जब इसकी सूचना मुझे दी गई तो मैं बहुत खुश हुआ. मुफ्ती साहब के साथ जो हमारा संबंध रहा है वह बहुत अच्छा है.

उन्होंने कहा कि जब केन्द्र में वीपी सिंह जी के नेतृत्व में सरकार बनी थी और मुफ्ती साहब होम मिनिस्टर थे, उस सरकार में भी मुझे राज्य मंत्री के रूप में कुछ काम करने का मौका मिला था, वो तो अपनी जगह पर है, लेकिन जब एक पॉलिटिकल पार्टी के रूप में जनता दल बना और उसमें जो उनकी भूमिका थी, उस पार्टी के नेशनल प्रेसिडेंट वीपी सिंह जी थे, उन्होंने पार्टी की एक पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी बनाई थी. उसमें सबसे पहले मुख्य बातों पर वे चर्चा किया करते थे. उस कमिटी में मैं भी मेंम्बर था.

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उन्होंने कहा कि कई बार मुफ्ती साहब के घर पर उस पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी की मीटिंग हुई और मैं उसमें शामिल हुआ था. उस मीटिंग में मुफ्ती साहब प्यार से पेश आते थे और वहां जब-जब मीटिंग हुई, उनके आवास पर हम लोंगो को खाना खाने का भी अवसर मिला. जब मुफ्ती साहब जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बने, उन्होंने पीडीपी का गठन किया और 2002 में मुफ्ती साहब के नेतृत्व में यहां सरकार बनी. जिस ढंग से उन्होंने यहां के माहौल को बेहतर बनाया, उसके बाद बड़ी संख्या में देश विदेश के लोग जम्मू-कश्मीर में आने लगे, वह सब हमें याद है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय केन्द्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार थी. उस सरकार में मैं रेल मंत्री था. पूरे देश में रेल विस्तार के लिए जो काम करना था, मैंने किया. मुझे याद है कि मैं 2003 में कश्मीर आया और रेलवे के चल रहे कामों का निरीक्षण किया. कटरा से काजीपुर के बीच में जिस प्रकार का वह स्ट्रक्चर है, जितने टनल, पुल और जितनी कठिनाई है, ऐसा रेलवे में पूरे देश में नहीं है. इन सब चीजों को देखने का मौका मिला.

उस समय मुफ्ती साहब यहां के मुख्यमंत्री थे, उनसे मिले और उन्होंने स्नेह दिया, पहले ही से मुझे वह मानते थे. उन्होंने मुझे अपने आवास पर बुलाया और जब मैं आवास पर उनसे मिलने गया, उसी समय हमारी मुलाकात महबूबा मुफ्ती साहिबा से भी हुई. इन सभी चीजों को हम भूले नहीं हैं, हमें याद है. उन्होंने कहा था कि यह जो रेल का नया इतना बड़ा नेटवर्क बन रहा है, यह बने, यह अच्छी बात है, लेकिन कम समय में बनना चाहिए.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि जब श्रीनगर के रेलवे स्टेशन का काम चल रहा था तो मुझे अच्छी तरह याद है कि हमने कहा कि आप भी उसको एक बार देख लें और फिर अगले दिन सुबह में मैं भी उनके साथ श्रीनगर रेलवे स्टेशन को देखने गया. उसे देखकर वे बहुत प्रसन्न हुए और मेरी बड़ी प्रशंसा की. मैं इन बातों को कैसे भूल सकता हूं. वे मुझे लेकर हेलिकॉप्टर से गुलमर्ग भी गए.

नीतीश कुमार ने कहा मुझे आप सबके बीच आने का मौका मिला, यह मेरे लिए गौरव की बात है. मुझे यह सम्मान बिहार में काम करने के लिए मिला लेकिन यह काम मेरे अकेले का नहीं है.

हमारे सहयोगी उप मुख्मयंत्री सुशील कुमार मोदी जी भी बैठे हैं. हम सब लोग इस काम में बराबर के भागीदार हैं. हमारे काम को बिहार की जनता के हर तबके का समर्थन मिलता है. उसी के चलते बिहार में आज परिवर्तन आया है. यह सम्मान जो मुझे आपने दिया है, यह पूरे बिहार की जनता का सम्मान है. नीतीश कुमार ने जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को बिहार आने का न्यौता दिया.

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