
गोरक्षा के नाम पर लिंचिंग की वजह से देश में कई लोगों की हत्याएं हो गईं. इन घटनाओं को लेकर सरकार और विपक्ष दोनों ही ओर से बयानबाजी का दौर जारी है. इसी बीच अब जम्मू-कश्मीर में पीडीपी नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने भी भड़काऊ बयान दिया है. बेग ने कहा, 'गाय और भैंस के नाम पर मुसलमानों के कत्ल बंद करें वरना नतीजे अच्छे नहीं होंगे. 1947 में एक बंटवारा पहले ही हो चुका है.'
मुजफ्फर हुसैन बेग ने ये बयान घाटी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिया. इस बयान से साफ है कि वो देश में दूसरे बंटवारे की धमकी दे रहे हैं. इस जनसभा में जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी मौजूद थीं.
महबूबा मुफ्ती ने यहां कहा, 'पीडीपी ने रमजान के दौरान संघर्षविराम की पहल की. मैं हुर्रियत के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण दिखाने के लिए केंद्र से अपील करती हूं.' बता दें, जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के साथ गठबंधन टूटने के बाद से ही पीडीपी नेताओं की ओर से इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं.
अलवर में रकबर की हुई थी हत्या
गौरतलब है कि 21 जुलाई को गोतस्करी के शक में राजस्थान के अलवर में भीड़ ने रकबर नाम के व्यक्ति को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था. मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस रकबर और दोनों गाय रामगढ थाने ले आई थी. रात करीब साढ़े तीन बजे दोनों गाय को थाने से सात किलोमीटर दूर सुधासागर गोशाला में छुड़वाया गया. जबकि घायल रकबर की मौत हो गई. इसके बाद से ही गोरक्षा के नाम पर हत्याओं को लेकर चर्चा जोरों पर है.