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जम्मू-कश्मीर में 2 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, 5 'हाइब्रिड' आतंकी गिरफ्तार

सुरक्षा बलों ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में दो आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और पांच "हाइब्रिड" आतंकवादियों को गिरफ्तार किया. फिलहाल कैमोह पुलिस स्टेशन में एक FIR दर्ज की गई है और मामले की जांच चल रही है.

जम्मू-कश्मीर में 2 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, आतंकी गिरफ्तार जम्मू-कश्मीर में 2 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, आतंकी गिरफ्तार
अशरफ वानी
  • श्रीनगर,
  • 24 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 8:08 PM IST

आतंकवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है. सुरक्षा बलों ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में दो आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और पांच "हाइब्रिड" आतंकवादियों को गिरफ्तार किया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनके पास से 2 पिस्तौल, 3 हैंड ग्रेनेड, 1 यूबीजीएल, पिस्तौल मैगजीन 2, पिस्तौल राउंड 12, एके 47 राउंड 21 नंबर बरामद किए गए हैं

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अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आतंकियों की पहचान आदिल हुसैन वानी, सुहैल अहमद डार, एतमाद अहमद लावे, मेहराज अहमद लोन और सबजार अहमद खार के रूप में की गई है. फिलहाल कैमोह पुलिस स्टेशन में एक FIR दर्ज की गई है और मामले की जांच चल रही है.

हाल ही में हुई थी मुठभेड़
पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हुई थी. सुरक्षाबलों ने बाद में तीन अधिकारियों की शहादत का बदला ले लिया.

सुरक्षाबलों ने कोकरनाग में आतंकियों के खिलाफ ये ऑपरेशन 12 सितंबर को शुरू किया था, जिसके अगले दिन मुठभेड़ में सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए थे. इसके बाद आतंकी वहां से भाग गए थे. इन्हीं आतंकियों की तलाश के लिए यह ऑपरेशन चलाया गया था. 

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इन आतंकियों में लश्कर-ए-तैय्यबा का कमांडर उजैर खान भी शामिल था. इस मुठभेड़ में उजैर का शव भी बरामद कर लिया गया है. जिस इलाके में छिपे हुए थे, वह कोकरनाग का गैरोल गांव है. इसी वजह से सेना ने इसका नाम 'ऑपरेशन गैरोल' दिया था.

पीर पंजाल की पहाड़ियों पर चला ऑपरेशन 
रक्षा विशेषज्ञ बताते हैं कि अनंतनाग के कोकरनाग इलाके में मुठभेड़ वाली जगह पीर पंजाल की पहाड़ियों में आती है. ये मुजफ्फराबाद से किश्तवाड़ तक फैला हुआ करीब 170 किलोमीटर का इलाका है. इतने बड़े इलाके में 2-3 आतंकियों को ढूंढ़ना बहुत मुश्किल है. यही वजह है कि सुरक्षाबलों परेशानी हुई. ये आतंकियों के लिए बहुत ही सुरक्षित जगह है. ये पहाड़ी 75-80 डिग्री ऊंचाई पर है. यहां कई गुफाएं भी हैं, जिनमें आतंकियों ने अपना अड्डा बनाया है.

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