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येचुरी ने श्रीनगर में अपने बीमार MLA से की मुलाकात, आज लौटेंगे दिल्ली

अनुच्छेद-370 के रद्द होने के बाद किसी भी विपक्षी नेता की कश्मीर में यह पहली यात्रा है. अधिकारियों ने बताया कि माकपा नेता तारिगामी के साथ करीब 3 घंटे तक रहे.

सीताराम येचुरी (तस्वीर- PTI) सीताराम येचुरी (तस्वीर- PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 7:17 AM IST

  • येचुरी श्रीनगर में अपने बीमार सहयोगी तारिगामी से मिले
  • तारिगामी 5 अगस्त से हिरासत में हैं, येचुरी करीब 3 घंटे वहां रहे
  • अनुच्छेद-370 रद्द होने के बाद कश्मीर की यात्रा करने वाले पहले विपक्षी नेता

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने श्रीनगर में पार्टी के बीमार विधायक मोहम्मद यूसुफ तारिगामी से मुलाकात की. बता दें कि तारिगामी 5 अगस्त से हिरासत में हैं. येचुरी गुरुवार दोपहर यहां पहुंचे थे.

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उन्हें पुलिस तारिगामी से मिलाने के लिए श्रीनगर में सिविल लाइंस इलाके में गुपकार रोड पर उनके निवास पर लेकर गई. अनुच्छेद-370 के रद्द होने के बाद किसी भी विपक्षी नेता की कश्मीर में यह पहली यात्रा है. अधिकारियों ने बताया कि माकपा नेता तारिगामी के साथ करीब 3 घंटे तक रहे.

येचुरी 9 अगस्त को भी श्रीनगर पहुंचे थे, लेकिन राज्य प्रशासन ने उन्हें हवाई अड्डे से ही लौटा दिया था. उससे 4 दिन पहले ही केंद्र ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने की घोषणा की थी. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की यह दलील खारिज कर दी थी कि येचुरी की यात्रा से राज्य में स्थिति खतरे में पड़ सकती है.

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पीठ ने येचुरी की यात्रा का विरोध करने पर सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता से पूछा था, 'यदि इस देश कोई नागरिक वहां जाना चाहता है और अपने मित्र एवं पार्टी सहयोगी से मिलना चाहता है तो आपको क्या दिक्कत है?'

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शीर्ष अदालत ने स्पष्ट किया था कि येचुरी को बस अपने पार्टी सहयोगी से मिलने के लिए जम्मू-कश्मीर जाने की इजाजत दी जाती है. तारिगामी को इलाज के लिए दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में लाने के लिए अदालत की इजाजत की मांग संबंधी अंतरिम आवेदन की ओर ध्यान आकृष्ट किया गया था.

पीठ ने कहा था कि अगर येचुरी किसी अन्य काम में संलिप्त पाए जाते हैं तो यह अदालत के आदेश का उल्लंघन माना जाएगा. शीर्ष अदालत के निर्देशानुसार येचुरी इस बात पर हलफनामा देंगे कि जम्मू-कश्मीर में उनकी यात्रा के दौरान क्या क्या हुआ. तारिगामी मुख्यधारा के उन नेताओं में हैं जिन्हें 4 अगस्त की रात को हिरासत में ले लिया गया था.

पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला सहित दर्जनों मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं को प्रतिबंधात्मक हिरासत में रखा गया है. एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला भी नजरबंद हैं. इससे पहले अनुच्छेद-370 के निरस्त होने के बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित दिल्ली के वरिष्ठ विपक्षी नेताओं को श्रीनगर हवाई अड्डे पर ही रोक दिया गया था, जिससे उन्हें दिल्ली वापस लौटना पड़ा था.

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