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पुलवामा हमले के बाद ड्यूटी पर गए जवान की चिंता में पत्नी ने लगाई फांसी

पुलवामा हमले के दो दिन बाद ही भूपेंद्र घर से छुट्टी मनाकर जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग लौटने वाले थे. उनकी पत्नी मीनाक्षी उसे वापस जाने से रोक रही थी. भूपेंद्र उन्हें चिंता ना करने की बात समझाते रहे. लेकिन पुलवामा हमला देख पत्नी और डर गई. जवान के न मानने पर पत्नी ने फांसी लगाकर जान दे दी.

प्रतीकात्मक फोटो. प्रतीकात्मक फोटो.
आदित्य बिड़वई
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  • 19 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 12:23 PM IST

जम्मू-कश्मीर में पुलवामा हमले के बाद सीमा पर तैनात एक जवान की पत्नी ने अनहोनी की चिंता में आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि गुलमर्ग में पोस्टेड जवान की पत्नी को इस बात की चिंता सता रही थी कि पुलवामा में शहीद हुए जवानों की तरह उसके पति पर भी कोई हमला ना कर दे. इसलिए उसने फांसी लगा ली.   

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सब इंस्पेक्टर केएन जडेजा ने बताया कि गुजरात में द्वारका के खमभालिया की रहने वाली 22 साल की मीनाक्षी जेठवा का शव उनके ही घर में फंदे पर लटका मिला. उनकी दो साल पहले ही सेना के जवान भूपेंद्र सिंह जेठवा से शादी हुई थी.

पुलवामा हमले के दो दिन बाद ही भूपेंद्र घर से छुट्टी मनाकर जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग लौटने वाले थे. उनकी पत्नी मीनाक्षी उसे वापस जाने से रोक रही थी. भूपेंद्र उन्हें चिंता ना करने की बात समझाते रहे. लेकिन पुलवामा हमला देख पत्नी और डर गई. जवान के न मानने पर पत्नी ने फांसी लगाकर जान दे दी.

हिमस्खलन से बाल-बाल बचे थे भूपेंद्र सिंह...

सब इंस्पेक्टर केएन जडेजा ने बताया कि कुछ दिन पहले ही भूपेंद्र कश्मीर में आए हिमस्खलन में बाल-बाल बचे थे. जब यह बात उनकी पत्नी को पता लगी तो वो बेहद डरी सहमी रहने लगी. पुलवामा हमले से उनका डर और भी बढ़ गया. वह 40 जवानों की शाहदत को देख गहरे अवसाद में चली गई और आत्महत्या कर ली. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. 

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गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सेना पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए. आतंकियों ने सेना की बस पर विस्फोटक से लदी बस घुसा दी. इससे सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. इसके बाद आतंकियों के खिलाफ चले एनकाउंटर में सेना ने तीन आतंकी मार गिराए, जबकि 5 जवान शहीद हो गए.

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