
कश्मीर घाटी में आतंकी हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. गुरुवार को एक बार फिर से आतंकियों ने श्रीनगर में ग्रेनेड से हमला कर दिया, जिसमें असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) इकबाल सिंह और 2 कांस्टेबल घायल हो गए. एएसआई इकबाल सिंह जम्मू एंड कश्मीर आर्म्ड पुलिस की 14 बटालियन में तैनात हैं. उनके दोनों पैरों में चोट आई है. इसके अलावा इस ग्रेनेड हमले में SPO हरीश मंजूर के गर्दन के पीछे हिस्से में चोट गई है, जबकि ट्रैफिक विंग के सनाउल्लाह के दाहिने पैर में चोट आई है. फिलहाल ये तीनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. इस आतंकी हमले में घायल तीनों सुरक्षाकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार दोपहर बाद एक संदिग्ध आतंकी ने श्रीनगर शहर में पुलिस पार्टी पर ग्रेनेड फेंका, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस हमले में घायल होने वालों में से 2 ट्रैफिक पुलिस के जवान हैं, जबकि एक जम्मू-कश्मीर के एएसआई हैं. श्रीनगर के एसएसपी इम्तियाज इस्माइल पर्रे ने भी ग्रेनेड हमले में एक ASI और दो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के घायल होने की पुष्टि की है. वहीं, इस ग्रेनेड हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और संदिग्ध आतंकियों की तलाश शुरू कर दी. फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि इस हमले के पीछे किस आतंकी संगठन का हाथ है. इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है.
खुफिया एजेंसियों द्वारा आतंकी हमले का अलर्ट जारी करने के बाद यह ग्रेनेड हमला सामने आया है. इससे पहले बुधवार को खुफिया एजेंसियों ने कश्मीर घाटी में आतंकी हमलों को लेकर सभी सुरक्षा कर्मियों को हाई अलर्ट किया. खुफिया एजेंसियों ने सुरक्षा बलों से कहा था कि सभी सुरक्षा एजेंसियों को कहा गया कि वो सभी इलाकों में पूरी तरह मुस्तैद रहें. गणतंत्र दिवस से पहले एक हफ्ते के अंदर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी फिदायीन हमला कर सकते हैं. इसमें यह भी कहा गया था कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी सुरक्षा बलों की चौकियों को निशाना बना सकते हैं और उन पर फायरिंग कर सकते हैं. जैश के ये फिदायीन आतंकी विस्फोटक हथियारों से लैस हैं.
खुफिया अलर्ट के बाद कश्मीर घाटी में आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए मौजूदा सेना के अलावा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की करीब 500 कंपनियों को भी तैनात किया गया है. इससे पहले 15 जनवरी को सेना दिवस पर भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा. हालिया सेना की कार्रवाई में आतंकियों को काफी नुकसान पहुंचाया गया है.
खुफिया अलर्ट के बाद कश्मीर घाटी में आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए मौजूदा सेना के अलावा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की करीब 500 कंपनियों को भी तैनात किया गया है. इससे पहले 15 जनवरी को सेना दिवस पर भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा. हालिया सेना की कार्रवाई में आतंकियों को काफी नुकसान पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा था कि सेना आतंकवाद का सिर कुचलने के लिए प्रतिबद्ध है. इस दौरान उन्होंने सीमा पार से आतंकी घुसपैठ को लेकर पाकिस्तान पर भी हमला बोला था. आपको बता दें कि कश्मीर घाटी में सेना ने आतंकियों की कमर तोड़ रखी है, जिसके चलते आतंकी बौखलाए हुए हैं. इसी बौखलाहट के चलते आतंकी कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं.