
श्रीनगर के लाल चौक पर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा ने तिरंगा यात्रा निकाली है. हजारों की संख्या में लोगों ने हाथ में तिरंगा लिए लाल चौक पर बड़ा संदेश देने का प्रयास किया है. इस तिरंगा यात्रा की अगुवाई बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बेंगलुरु से सांसद तेजस्वी सूर्या ने की. अब वायरल हुई तस्वीर ने लोगों के दिमाग में 30 साल पुरानी वो तस्वीर की यादें भी ताजा कर दी हैं जब अलगाववादियों की धमकी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया था.
उन्हीं तस्वीरों को साझा करते हुए बीजेपी नेता तेजस्वी सूर्या ने लिखा है कि कुछ साल पहले, लाल चौक देशद्रोही और अलगाववादी भावनाओं से भरा हुआ था. तिरंगा फहराने की हिम्मत करने वालों को आतंकियों ने हत्या की धमकी दी थी. 1992 में नरेंद्र मोदी जी ने गर्व के साथ यहां तिरंगा फहराया, जिसके कारण आज 30 साल बाद इसे पुनः फहरा पाया है. वैसे उस समय पीएम नरेंद्र मोदी की सिर्फ ये तिरंगा फहराते हुए तस्वीर वायरल नहीं हुई थी, वहां जाने से पहले उन्होंने एक जोरदार भाषण भी दिया था. उस भाषण में मोदी ने कहा था कि हाथ में तिरंगा लेकर श्रीनगर के लाल चौक आऊंगा, तब फैसला हो जाएगा किसने अपनी मां का दूध पिया है.
अब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म कर दिया गया है. जमीन पर माहौल बदला है. इसी बदले हुए माहौल में एक बड़ा सियासी संदेश देने के लिए बीजेपी ने सोमवार को बाइक रैली का आयोजन किया. 200 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने 100 बाइकों पर सवार श्रीनगर से कारगिल तक #TirangaYatra निकाली. आजादी का महोत्सव मनाया गया.
लोगों को संबोधित करते हुए तेजस्वी सूर्या ने कहा कि 370 हटने के बाद लाल चौक पर पहली बार कोई राजनीतिक कार्यक्रम किया गया है. ये मेरे लिए काफी गर्व की बात है.