Advertisement

J-K: सोपोर में नमाज के बाद पत्थरबाजी, पुलिसकर्मी समेत 3 घायल

जम्मू एवं कश्मीर में हालाता सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. शुक्रवार को नमाज के बाद सोपोर में पत्थरबाजी की गई, जिसमें एक पुलिसकर्मी समेत तीन लोग घायल हो गए. इससे पहले सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर के बडगाम में आतंकवादियों को बचाने के लिए गांव वालों ने सुरक्षा बलों पर जमकर पत्थर बरसाए थे.

घाटी में फिर पत्थरबाजी घाटी में फिर पत्थरबाजी
राम कृष्ण
  • सोपोर,
  • 31 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 5:01 PM IST

जम्मू एवं कश्मीर में हालाता सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. शुक्रवार को नमाज के बाद सोपोर में पत्थरबाजी की गई, जिसमें एक पुलिसकर्मी समेत तीन लोग घायल हो गए. इससे पहले सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर के बडगाम में आतंकवादियों को बचाने के लिए गांव वालों ने सुरक्षा बलों पर जमकर पत्थर बरसाए थे.

शुक्रवार को लोकसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी जम्मू एवं कश्मीर में पत्थरबाजी पर गंभीर चिंता जाहिर की थी. उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. पाक सोशल मीडिया के जरिए भीड़ को सुरक्षा बलों पर पत्थर बरसाने के लिए उकसा रहा है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे पाकिस्तान के प्रभाव में न आएं.

Advertisement

जवाबी कार्रवाई में तीन पत्थरबाजों की मौत भी हो गई थी, जबकि सेना और पुलिस के 63 जवान भी जख्मी हो गए थे. इस एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को भी ढेर कर दिया था. सोमवार सुबह छदूरा इलाके के एक घर में 2 आतंकियों के छिपे होने की खबर के बाद तड़के सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी की और मुठभेड़ शुरू हुई. आखिरकार सुरक्षाबलों ने उस घर के एक हिस्से को बारूद से उड़ा दिया, जहां आतंकी छिपे थे.

मालूम हो कि घाटी में पिछले साल से ही मुठभेड़ स्थलों के पास नागरिकों के इकट्ठा होने और सुरक्षा बलों के साथ झड़प देखने को मिल रही है. आतंकवाद-निरोधी अभियानों के दौरान युवाओं के हस्तक्षेप के खिलाफ सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत की चेतावनी दे चुके हैं. साथ ही मुठभेड़ स्थल के तीन किलोमीटर की परिधि में राज्य प्रशासन द्वारा धारा 144 लगा रहा है.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement