Advertisement

जम्मू में टारगेट किलिंग के लिए 4 लॉन्च पैड पर आतंकी मौजूद, 26 जनवरी से पहले बड़ी वारदात को दे सकते हैं अंजाम

सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने जम्मू सेक्टर में टारगेटेड किलिंग और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए जम्मू के अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार 4 लॉन्च पैड को रिएक्टिवेट कर दिया है. ऐसे में सुरक्षाबलों को एक बार फिर अलर्ट किया गया है कि आतंकी 26 जनवरी से पहले जम्मू रीजन में किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • जम्मू,
  • 17 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 8:43 PM IST

पाकिस्तान भले ही रोटी के लिए मोहताज है लेकिन वो आतंकी भेजने और उनको हथियार देने में पीछे नहीं हट रहा है. आजतक को खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने जम्मू सेक्टर में टारगेटेड किलिंग और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए जम्मू के अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार 4 लॉन्च पैड को रिएक्टिवेट कर दिया है. ये लॉन्च पैड है मसरूर बड़ा भाई, चपराल, लूनी और शकरगढ़. 

Advertisement

सूत्रों के मुताबिक लश्कर और जैश के आतंकियों को इन सर्दियों में भी इकट्ठा किया जा रहा है. हाल ही में जिस तरीके से राजौरी और पुंछ में टारगेटेड किलिंग को आतंकियों ने अंजाम दिया है, ऐसे में सुरक्षाबलों को एक बार फिर अलर्ट किया गया है कि आतंकी 26 जनवरी से पहले जम्मू रीजन में किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं.

इंटरनेशनल बॉर्डर के उस पार बने लॉन्च पैड मसरूर बड़ा भाई से विदेशी आतंकी घुसपैठ के लिए इकट्ठा किए गए हैं. सूत्रों ने आजतक को बताया कि पाक रेंजर्स इन आतंकियों की मदद करने में जुटे हैं. यही नहीं जम्मू वाले क्षेत्र में सीमा पार बने 4 लॉन्च पैड पर 50 से ज्यादा आतंकी इस वक्त भी मौजूद हैं, जिनको पाक रेंजर्स की मदद से घुसपैठ कराई जा सकती है.

Advertisement

जम्मू के जरिए नए रूट तलाश रहे हैं आतंकी संगठन

खुफिया एजेंसियों को यह जानकारी मिली है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में दिसंबर के महीने में निकैल लॉन्च पैड के पास जो कि लश्कर ए तैयबा का ऑफिस भी है, यहां पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की शह पर आतंकी संगठनों की बैठक कराई गई है. जिसमें लश्कर, जैश और ISIS के आतंकी कमांडर मौजूद थे. सूत्रों ने यह भी जानकारी दी है कि इस बैठक में आतंकियों की फंडिंग, घुसपैठ के नए रास्ते ढूंढने और ड्रोन के जरिए हथियार भेजने और हमला करने पर बातचीत हुई है. 

सुरक्षा एजेंसियों के उच्चस्तरीय सूत्रों ने आजतक को यह जानकारी दी है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई इस वक्त बौखलाहट में है, क्योंकि कश्मीर घाटी में आतंकी रिक्रूटमेंट न के बराबर है. साथ ही सीमा पर सेना के सुरक्षा ग्रिड के चलते आतंक की घुसपैठ न के बराबर हो रही है. यही वजह है कि अब घुसपैठ और आतंक को फैलाने के लिए नए-नए रास्ते पाक आईएसआई और आतंकी कमांडर ढूंढ रहे हैं. यही वजह है कि जम्मू के इंटरनेशनल बॉर्डर के उस पार बने 4 लॉन्चिंग पैड पर भारी संख्या में आतंकियों को इकट्ठा कर उनको जम्मू रीजन में बड़ी आतंकी वारदात करने के निर्देश दिए जा रहे हैं.

Advertisement

अमित शाह ने जम्मू में की थी समीक्षा बैठक 

आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में जम्मू में जाकर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा रिव्यू बैठक की थी, जिसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, आईबी चीफ, एनआईए डीजी, सीआरपीएफ के डीजी, जम्मू कश्मीर के डीजीपी शामिल थे, जिसमें सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय गृहमंत्री ने लिए थे.

इन मु्द्दों पर गृह मंत्री ने की चर्चा

1. तीन महीनों के भीतर जम्मू के हर क्षेत्र में सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत कर अभेद्य बनाया जाएगा.

2. हाल ही की घटनाओं की जांच NIA और जम्मू पुलिस मिलकर करेंगे, विगत डेढ़ साल में हुईं सभी घटनाओं को एक साथ रखकर जांच की जाएगी.

3. इन आतंकी घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी.

4. जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा में लगी हुई सभी एजेंसियों के साथ सुरक्षा के सभी पहलुओं पर विस्तृत बैठक हुई, आने वाले दिनों में बहुत सुरक्षित ग्रिड बनाने पर भी चर्चा हुई.

5. आतंकवाद के सपोर्ट सिस्टम और उनके सूचना तंत्र को पूरी तरह खत्म करने के लिए 360 डिग्री सुरक्षा चक्र को और मजबूत किए जाने पर कदम

6. जब से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद ने जन्म लिया है तब से तुलना करें तो अभी के समय में सबसे कम घटनाएं और सबसे कम मृत्यु हुई हैं. आतंक पर नकेल कसने के निर्णय लिया गया.

Advertisement

साथ ही जम्मू के नागरिकों को भरोसा दिलाते हुए गृहमंत्री ने कहा कि आतंकी संगठनों की मंशा जो भी हो, लेकिन हमारी सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद होकर जम्मू की सुरक्षा करेंगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement