
कश्मीर घाटी में आतंकवाद से निपटने के लिए सुरक्षा बलों ने नई रणनीति तैयार कर ली है. इसके तहत सेना की दो नई बटालियन को दक्षिण कश्मीर में तैनात किया जाएगा, जो मौजूदा तैनात सुरक्षा बलों की मदद करेगी. इन बटालियन में करीब दो हजार सुरक्षाकर्मी शामिल होंगे.
इसके लिए घाटी के उन स्थानों पर नए कैंप बनाए जाएंगे, जहां आतंकियों की गतिविधियां बढ़ी हैं. इसके साथ ही सुरक्षाकर्मी इलाके में सैन्य अभियान भी तेज करेंगे, जिससे आतंकियों से निपटने में मदद मिलेगी. फिलहाल सुरक्षा बलों के सामने आतंकियों के खिलाफ अभियान में स्थानीय विरोध सबसे बड़ी चुनौती है. आतंकी स्थानीय लोगों को आड़ बनाकर बच निकलते हैं और सुरक्षा बलों को आतंकियों के खिलाफ अभियान में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
कश्मीर में आतंकियों के जनाजे में स्थानीय लोगों के जुटने और हथियार लहराने की घटनाएं भी चिंता का सबब बनी हुई हैं. घाटी में हिंसा फैलाने के लिए पाकिस्तान लगातार आतंकियों को सीमा पार से भेज रहा है. साथ ही अलगाववादियों और पत्थरबाजों को फंडिंग कर रहा है. कश्मीरी युवकों को जिहाद के नाम पर गुमराह करके हथियार थमाया जा रहा है और आतंकी संगठनों में भर्ती कराया जा रहा है.
वहीं, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में 6 घंटे से ज्यादा समय तक चली मुठभेड़ में सेना ने लश्कर ए तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया है. इससे पहले सेना ने उत्तरी कश्मीर के एक इलाके में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. पिछले चौबीस घंटे में सेना ने पांच आतंकियों को मार गिराया है.