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उरी आतंकी हमले में हाथ होने से पाकिस्तान ने किया साफ इनकार, भारत से मांगे सबूत

रविवार को उरी में आर्मी के बेस पर हुए हमले में सेना के 17 जवान शहीद हो गए और 19 जवान घायल हो गए. सेना ने जवाबी कार्रवाई में चारों आतंकियों को भी ढेर कर दिया. इस हमले के बाद भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है

उरी आतंकी हमले में  सेना के 17 जवान शहीद हो गए उरी आतंकी हमले में सेना के 17 जवान शहीद हो गए
रोहित गुप्ता
  • नई दिल्ली/इस्लामाद/उरी,
  • 18 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:02 AM IST

उरी हमले में मारे गए आतंकियों के पास से पाकिस्तानी सामान बरामद हुआ है, लेकिन पाकिस्तान ने इस हमले में अपना हाथ होने से साफ इनकार कर दिया है. उल्टा भारत के जले पर नमक छिड़कते हुए पाकिस्तान रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, 'कश्मीरी तो खुद आजादी के लिए भारतीय सेना के खिलाफ लड़ रहे हैं और पाकिस्तान तो उन्हें सिर्फ नैतिक रूप से समर्थन दे रहा है.' इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि बिना किसी जांच के उसका नाम घसीटा जा रहा है. पाकिस्तान ने भारत से इस बारे में खुफिया जानकारी मांगी है, ताकि वो इसके आधार पर कार्रवाई कर सके.

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पाकिस्तान पर बरसे राजनाथ सिंह
रविवार को उरी में आर्मी के बेस पर हुए हमले में सेना के 17 जवान शहीद हो गए और 19 जवान घायल हो गए. सेना ने जवाबी कार्रवाई में चारों आतंकियों को भी ढेर कर दिया. इस हमले के बाद भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर प्रहार करते हुए कहा कि यह एक आतंकी देश है और इसे अलग-थलग करना चाहिए.

पाकिस्तान ने भारत से कहा- खुफिया जानकारी साझा करें
पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीमा सलीम बाजवा ने कहा कि हमले के बाद दोनों देशों के मिलिट्री ऑपरेशन के महानिदेशक (डीजीएमओ) ने हॉटलाइन पर नियंत्रण रेखा के हालात के बारे में बात की. रेडियो पाकिस्तान ने आईएसपीआर के हवाले से बताया कि भारत के बेबुनियाद और अपरिपक्व आरोप का खंडन करते हुए पाकिस्तानी डीजीएमओ ने अपने समकक्ष से कार्रवाई किए जाने योग्य खुफिया सूचना साझा करने को कहा है. बाजवा ने दोहराया कि पाकिस्तानी सरजमीं से किसी घुसपैठ को नहीं होने दिया जा सकता क्योंकि नियंत्रण रेखा और के दोनों ओर सुरक्षा के सख्त इंतजाम हैं.

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आतंकियों के पास से मिले सामान पर पाकिस्तान की मार्किंग
आतंकी हमले के बाद डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने पाकिस्तान में अपने समकक्ष को फोन किया और हमला करने वाले आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए गए उपकरणों पर पाकिस्तान निर्मित होने के निशान पाए जाने को लेकर चिंता जताई. सेना के शीर्ष अधिकारियों ने इस हमले को गंभीर झटका करार दिया. यह हमला तड़के 5:30 बजे शुरू हुआ और फिर साढ़े आठ बजे तक मुठभेड़ चली.

सभी आतंकी जैश के
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने बताया, ‘मारे गए सभी चार आतंकवादी विदेशी थे और जो सामान वे लोग लेकर आए थे उन पर पाकिस्तान निर्मित होने के निशान हैं. शुरुआती रिपोर्ट से संकेत मिलते हैं कि मारे गए आतंकवादियों का ताल्लुक जैश-ए-मोहम्मद संगठन से है.’ उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के पास से मिली वस्तुओं पर पाकिस्तान निर्मित होने के निशान थे, ऐसे में मैंने पाकिस्तानी डीजीएमओ से बात की और इस पर गंभीर चिंता से व्यक्त की. डीजीएमओ ने कहा कि आतंकवादियों ने अत्याधुनिक हथियारों से गोलीबारी की जिससे सेना के तंबुओं और अस्थायी शिविरों में आग लग गई.

आग लगने से हुई 13-14 जवानों की मौत
लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने बताया, ‘कुल 17 जवान शहीद हो गए. इनमें से 13-14 की मौत आग लगने के कारण हुई.’ सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सेना किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए तैयार है और किसी भी हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.

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