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जानिए उरी में 19 भारतीय जवानों की जान लेने वाले आतंकियों ने कैसे LoC पर पार की थी बाड़?

पिछले महीने जम्मू कश्मीर के उरी में आर्मी कैंप पर हमला कर 19 भारतीय जवानों की जान लेने वाले चार आतंकियों ने सीढ़ियों के जरिए एलओसी पर बिजली के करंट वाली बाढ़ पार की थी.

आतंकियों ने 2 सीढ़‍ियां जोड़कर पार की थी LoC पर बनी बाड़ आतंकियों ने 2 सीढ़‍ियां जोड़कर पार की थी LoC पर बनी बाड़
रोहित गुप्ता
  • उरी/नई दिल्ली ,
  • 17 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 12:01 PM IST

पिछले महीने जम्मू कश्मीर के उरी में आर्मी कैंप पर हमला कर 19 भारतीय जवानों की जान लेने वाले चार आतंकियों ने सीढ़ियों के जरिए एलओसी पर बिजली के करंट वाली बाढ़ पार की थी. इसी हमले के बाद भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी लॉन्च पैड्स को तबाह कर दिया था और 40 से 50 आतंकियों को ढेर कर दिया था.

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सलामाबाद नाले के पास से हुई घुसपैठ
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सेना ने इन चारों आतंकवादियों के घुसपैठ के रास्ते की पहचान के लिए जांच की और वह इस निष्कर्ष पर पहुंची कि सलामाबाद नाले के नजदीक सीढ़ि‍यों का इस्तेमाल किया गया था.

आतंकियों ने दो सीढ़ियों को ऐसे जोड़कर बनाया रास्ता
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि इन चारों आतंकवादियों में से एक सलामाबाद नाले के नजदीक बाड़ में थोड़ी सी खाली जगह का इस्तेमाल कर इस पार आ गया और उसने इस तरफ से बाड़ पर एक सीढ़ी लगा दी जबकि दूसरी तरफ से उसके तीन साथियों ने दूसरी सीढ़ी लगा दी. दोनों सीढ़ियां पेडेस्ट्रियन ब्रिज (ऊपरगामी पैदलपारपथ) की तरह जोड़ दी गई थी. श्रीनगर से करीब 102 किलोमीटर दूर उरी में इन चारों ने सैन्य शिविर पर हमला किया था.

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चारों आतंकियों का घुसपैठ करना आसान नहीं था
सूत्रों के अनुसार बाड़ में जिस थोड़ी सी खुली जगह से पहला आतंकवादी इस तरफ आया, उससे सभी चारों के लिए घुसपैठ करना मुश्किल था क्योंकि हरेक के पास भारी मात्रा में गोलाबारूद, हथियार एवं खाने पीने की चीजों वाले बडे बड़े बैग थे. उन्हें इस तरह बाड़ पार करने में काफी वक्त लगता और उनकी जान को बड़ा जोखिम भी था क्योंकि ऐसा करते वक्त इलाके में नियमित रूप से गश्त करने वाली सैन्य टीमें उन्हें देख लेतीं.

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