बीजेपी विधायकों के विरोध और नारेबाजी के बीच, जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने राज्य के विशेष दर्जे को बहाल करने के प्रस्ताव को पारित किया. यह कदम राज्य की स्वायत्तता और विशेष स्थिति को दोबारा स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.