राहुल भट्ट को कल उनके दफ्तर में घुसकर गोली मारी गई थी, बुरी तरह जख्मी होने के बाद राहुल ने दम तोड़ दिया. ये अजीब इत्तेफाक है कि जिस आतंकवाद से बचने के लिए राहुल भट्ट के परिवार ने 30 बरस पहले घाटी छोड़ दी थी, वो अब तक उनके इंतजार में ताक लगाए बैठा था. आज राहुल का जम्मू में अंतिम संस्कार कर दिया गया लेकिन राहुल की मौत ने कश्मीरी पंडितों के सामने उस सवाल को फिर बहुत बड़ा कर दिया जो वो 30 सालों से उनका पीछा कर रहा है. आखिर अपनी सरजमीं पर उन्हें सुकून की सांस कब और कैसे मिलेगी. इसी सवाल को लेकर कश्मीरी पंडित आज जगह जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. देखें क्या बोली राहुल भट्ट की पत्नी
Rahul Bhatt, who worked as a government Employee in Tehsildar office in J&K's Budgam district, was fired upon by terrorists on Thursday. Watch this video to know what his wife said after his death.