झारखंड के गोड्डा से अपनी गर्भवती पत्नी को स्कूटर पर बिठाकर 1100 किलोमीटर का सफर तय कर परीक्षा दिलाने ग्वालियर आए धनंजय कुमार और उनकी पत्नी अब हवाई जहाज से घर भेजा जाएगा. उनके लिए हवाई यात्रा का इंतजाम अडानी फाउंडेशन ने किया है. एयर टिकट पाकर दंपत्ति बेहद खुश हैं. धनंजय का कहना है कि उन्होंने कभी सपने में भी ऐसा नहीं सोचा था.
धनंजय का कहना है कि अडानी ग्रुप के फाउंडेशन की तरफ से उन्हें ग्वालियर से रांची की हवाई यात्रा का टिकट मिला है. यह टिकट 16 सितंबर का है. ग्वालियर से रांची के लिए सीधी उड़ान नहीं है, इसलिए हम दोनों हैदराबाद होकर रांची पहुंचेंगे. इसके बाद रांची से सड़क मार्ग से गोड्डा जाएंगे. इसका इंतजाम भी गोड्डा के जिलाधिकारी ने किया है.
इतना ही नहीं धनंजय जिस स्कूटर पर अपनी पत्नी को बैठकर ग्वालियर लाए थे. उस स्कूटर को भी भेजने का इंतजाम अडानी फाउंडेशन ने कर दिया है. धनंजय ने कहा कि ग्वालियर प्रशासन ने रहने का इंतजाम परीक्षा केंद्र के पास कर दिया है. कुछ लोगों ने धनंजय की नौकरी की व्यवस्था करने की बात भी कही.
धनंजय ने ग्वालियर आने के लिए पत्नी के जेवर गिरवी रखकर 10 हजार रुपये उधार लिए थे. झारखंड से ग्वालियर तक आने उन्होंने कई मुसीबतों का सामना किया था और 1100 किलोमीटर तक का सफर तय किया था. यह खबर वायरल होने के बाद ग्वालियर प्रशासन के साथ साथ अडानी फाउंडेशन उनकी मदद के आगे आया.
बता दें, कोरोना महामारी की वजह से जब ट्रेन और बस सहित यात्रा के साधन उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में झारखंड के रहने वाले एक युवक को अपनी गर्भवती पत्नी को स्कूटर पर बिठाकर 1100 किलोमीटर का सफर तय कर डी एड (डिप्लोमा इन एजुकेशन) की परीक्षा दिलाने ग्वालियर आना पड़ा था