रांची में कांची नदी पर करोड़ों की लागत से बना पुल 'यास' तूफान को नहीं 'झेल' पाया. हाराडीह-बुढ़ाडीह पुल गुरुवार को बीच से टूट गया. यह पुल रांची जिले के तमाड़, बुंडू और सोनाहातु को जोड़ता था और करीब 4:30 बजे गिर गया. महज तीन साल पहले 13 करोड़ रुपये की लागत से ग्रामीण विकास विभाग विशेष प्रमंडल ने बनवाया था.
(इनपुट- अरविंद सिंह खूंटी)
600 मीटर लंबे इस पुल के अचानक धंस जाने से दोनों तरफ के ग्रामीण पुल के दोनों तरफ फंस कर रह गए हैं. बूढाडीह गांव के लोगों का कहना है कि पुल के निर्माण के दौरान कई अनियमितता बरती गई. मजबूती का ख्याल बिल्कुल भी नहीं रखा गया और दलदल में ही पुल के पिलरों को खड़ा किया गया, जिसकी वजह से नींव कमजोर रही और तूफान को नहीं झेल सकी.
पुल के टूटने पर गांव वालों का यह भी कहना है कि पुल के आसपास नदी से अवैध बालु खनन भी है, जिसमें बालु तस्कर नदी पुल के आसपास जेसीबी लगा कर बालु खनन करते हैं. इस अवैध खनन को रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है.
वहीं स्थानीय विधायक विकास मुंडा पुल टुटने की खबर पर घटनास्थल पहुंचे और मुआयना किया. विधायक ने भी मांग की है कि इससे पहले भी एक और उच्च स्तरीय पुल गिरा है और दोनों पुल का कंस्ट्रक्शन कंपनी एक ही है. इसलिए इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषी लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए. इससे पहले भी अवैध बालू खनन की वजह से दो पुल ध्वस्त हो चुके हैं यह तीसरा पुल गिरा है.
गांव वालों का कहना है कि इस पुल का कायदे से उद्घाटन भी नहीं हुआ है. इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं, पुल के गिरने की वजह बताई जा रही है कि नदी से रोजाना बालू का अवैध खनन हो रहा है. फिलहाल प्रशासन इसकी जांच में लग गया है.
'यास' तूफान की वजह से लगातार बारिश हो रही है, जिसकी वजह से नदी में जल स्तर बढ़ गया है. टूटे पुल को देखने के लिए लोग आ रहे हैं, जिसकी वजह से बड़ी अनहोनी की आशंका बनी हुई है. प्रशासन इस मामले पर कुछ भी बोलने बच रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पुल को रांची के ठेकेदार रंजन सिंह ने बनाया है और इसी ठेकेदार का बनाया एक और पुल जो कांची नदी पर इसी पुल से थोड़ी ही दूरी पर बना था, वो भी दो साल पहले टूट गया था.
पुल टूटने की सूचना आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई और लोग इस टूटे पुल को देखने के लिए दूर दूर से आ रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पुल की काफी कमजोर हो चुकी है ऐसे खतरा बरकरार है. क्योंकि पिछले 24 घंटे में लगभग सभी जिलों में तेज हवाओं के साथ लगातार भारी बारिश हुई है.