
रांची सहित झारखंड के कई हिस्सों में बीते 48 घंटों से हो रही बारिश ने कहर बरपा रखा है. रांची, जमशेदपुर, बोकारो, चतरा, पलामू समेत कई जिलों में बारिश का पानी सड़क पर आ गया. कई जगहों पर पुल टूट गए तो कई जगहों में कच्चे घर ढह जाने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जमशेदपुर में तो 11 गांवों को बचाने के लिए चांडिल डैम के दो गेट खोल दिए हैं. मौसम विभाग के अनुसार बीते दिन यहां के 17 जिलों में औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.
झारखंड के ऊपर बना है डीप डिप्रेशन
कभी सूखाग्रस्त घोषित झारखंड के अधिकांश जिले इस बार के जबरदस्त मानसून की मार से पानी-पानी हो गए हैं. देश के बाकी हिस्सों की तरह यहां भी लगातार जारी मूसलाधार बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. हजारीबाग को चतरा और पलामू को जोड़ने वाली सड़क NH100 दो-दो जगहों पर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है.
चतरा जिले में बाढ़ का कहर
दरअसल सड़क में पुल बनाने की वजह से बनाया गया डाईवर्सन पानी के तेज बहाव में बह गया, जिससे हजारीबाग का संपर्क इन जिलों से संपर्क टूट गया है. चतरा जिले में बीती रात से जारी बारिश में कई इलाके जलमग्न हो गए हैं और कई जगहों पर नदी पर बने पुल टूट गए हैं. लगातार बारिश से कई सड़कें बह गई हैं. बारिश को देखते हुए कुछ इलाकों के सभी सरकारी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया है. यहां NDRF की टीम और बाढ़ में फंसे लोगों को निकलने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है. पलामू और गढ़वा जिले में भी बारिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है. अमानत नदी में बाढ़ आ गई है इससे तेतराइ और चंद्रपुरा के बीच का पुल बह गया. लातेहार जिले में भी भारी बारिश जहां एक तरफ नदियों में जलस्तर बढ़ गया है, वहीं नवागढ़ गांव में कई घरों में पानी जा घुसा है साथ ही कई घर क्षतिग्रस्त हो गया है.
अगले 24 घंटे बारिश की संभावना
इधर जमशेदपुर में 11 गांवों को बचाने के लिए स्वर्णरेखा बहुद्देशीय परियोजना ने बीती रात चांडिल डैम के दो गेट खोल दिए. स्वर्णरेखा नदी में 100 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड (क्यूसेक) पानी छोड़ा जा रहा है. शहर में हो रही तेज बारिश और चांडिल डैम से पानी छोड़े जाने पर निचले और स्वर्णरेखा के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका है. मौसम विभाग के मुताबिक सूबे के कई हिस्सों में अगले 24 घंटों में मूसलाधार बारिश हो सकती है. वैसे तो अमूमन पठारी इलाका होने की वजह से झारखंड में बाढ़ की विभीषिका से दो-चार होना नहीं पड़ता है. लेकिन इस बार हुई बारिश ने सूबे के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. NDRF को इन इलाकों में बचाव के लिए बुलाया गया है. दूसरी तरफ मौसम विभाग अभी भी सूबे में तेज बारिश की भविष्यवाणी कर रहा है.