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धनबाद अग्निकांड: सात फेरों के बाद सीधे मां को अंतिम विदाई देने मोर्चरी पहुंची दुल्हन, देखते ही हुई बेहोश

आशीर्वाद बिल्डिंग में लगी भीषण आग में नई-नवेली दुल्हन ने अपनी मां समेत कई रिश्तेदारों को हमेशा के लिए खो दिया. इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई. शादी की रस्मों के बाद जब स्वाति अपनी मां को अंतिम बार देखने मोर्चरी पहुंचीं तो वो वहीं बेहोश हो गईं.

मां के अंतिम दर्शन के लिए शव गृह पहुंची स्वाति मां के अंतिम दर्शन के लिए शव गृह पहुंची स्वाति
aajtak.in
  • धनबाद,
  • 02 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 11:25 AM IST

झारखंड के धनबाद में बेटी की शादी की खुशियां मातम में बदल गई. आशीर्वाद बिल्डिंग में लगी भीषण आग में एक ही परिवार के 15 लोगों की मौत हो गई. इस अग्निकांड में दुल्हन स्वाति ने ना सिर्फ अपनी मां माला देवी को खो दिया बल्कि उनकी दादी, चाची, मौसेरे भाई अमन की भी जान चली गई.

इस भारी विपत्ति के बाद भी दुल्हन के पिता सुबोध लाल श्रीवास्तव ने किसी तरह अपनी बेटी की शादी की रस्मों को पूरा किया लेकिन उसके बाद एसएनएमएमसीएच अस्पताल में उनके सब्र का बांध टूट गया.

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मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक मां और दादा के अंतिम दर्शन के लिए अस्पताल के मोर्चरी पहुंचीं नई नवेली दुल्हन स्वाती को ढाढस बंधाते हुए पिता सुबोध कह रहे थे, ' बेटा तुमको हिम्मत रखना होगा. तुम पर ही सबकुछ टिका है, तुम हार गई तो हम सभी टूट जाएंगे' यह कहते हुए सुबोध अस्पताल के बरामदे में ही फूट-फूट कर रोने लगे.

बार-बार मां को ढूंढ रही थी स्वाति

घरवालों ने शादी के दौरान बेटी स्वाति से उसकी मां के गुजर जाने की बात छिपा कर रखी थी ताकि किसी तरह शादी संपन्न हो जाए. हालांकि शादी की रस्मों के दौरान बार बार वो अपनी मां को ढूंढ रही थी. स्वाति लोगों से पूछ रही थी कि मां कहां है वो क्यों नहीं नजर आ रही है. इस पर रिश्तेदारों ने कहा कि अचानक तबियत खराब होने की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और सब ठीक है. 

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दरअसल स्वाति को अपनी मां से गहरा लगाव था इसलिए परिजन उसे नहीं बता रहे थे कि उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं है. शादी की रस्में पूरी होने और विदाई के बाद उसे इसकी जानकारी दी गई जिसके बाद उसने अस्पताल आने की जिद्द की. परिजनों ने उसे काफी समझाया की उसके लिए यहां आना संभव नहीं है और यह अशुभ होगा.

इसके बाद नई नवेली दुल्हन स्वाति की हालत और उसके जिद्द को देखते हुए ससुराल वाले उसे लेकर पहले आशीर्वाद अपार्टमेंट और फिर एसएनएमएमसीएच अस्पताल पहुंचे जहां उसने शवगृह में जाकर अपनी मां के अंतिम दर्शन किए.

मां के शव को देखने के बाद स्वाति की हालत और खराब हो गई और वो बेहोश हो गईं, वो अपने पैरों पर चल भी नहीं पा रही थीं. परिजनों ने उसे सहारा देकर अस्पताल से बाहर निकाला और ससुराल वाले उसे लेकर गिरिडीह के लिए रवाना हो गए.

मंत्री ने दिए जांच के आदेश

इस भीषण अग्निकांड के बाद झारखंड सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता आशीर्वाद टॉवर पहुंचे जहां उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया. हादसे  पर मंत्री ने दुख जताया और कहा कि सीएम भी इस घटना से दुखी हैं.

उन्होंने कहा कि सभी मृतकों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा सरकार देगी और जरूरत पड़ने पर घायलों को इलाज के लिए बाहर भी भेजा जाएगा. मंत्री ने शहर में पार्किंग का उपयोग कॉमर्शियल कामों में करने वालों पर सख्ती बरतने का आदेश भी दिया है. बड़े बिल्डरों पर कार्रवाई करने का आदेश भी प्रशासन को मिला है.

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एक दीये से लगी आग ने छिनी खुशियां

बता दें कि धनबाद के जोड़ाफाटक शक्ति मंदिर रोड स्थित आशीर्वाद अपार्टमेंट में मंगलवार की शाम करीब 6:30 बजे आग लग गई. इस अपार्टमेंट में रहने वाले सुबोध लाल की बेटी की शादी थी. उनके घर में हजारीबाग और बोकारो से रिश्तेदार आए हुए थे. आग की चपेट में आने से 15 लोगों की जान चली गई.

 

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