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झारखंड के रामगढ़ जिले में अवैध कोयला खनन एक गंभीर समस्या बन चुका है. यहां लोग जान जोखिम में डालकर खतरनाक सुरंगों से कोयला निकाल रहे हैं. इसी को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस की एक संयुक्त टीम ने वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र के कोतरे जंगल में एक बड़ा अभियान चलाया.
अधिकारियों ने जब इन सुरंगों का मुआयना किया तो वे चौंक गए, क्योंकि अंदर का नजारा बेहद खतरनाक था. बिना किसी सुरक्षा उपाय के लोग खुदाई कर रहे थे, जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. जिले में पहले भी कई बार सुरंग धंसने से लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन अवैध खनन का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा था.
गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई
दरअसल, रामगढ़ जिला प्रशासन को गुप्त जानकारी मिली थी कि कोतरे जंगल के करीब 20 एकड़ इलाके में पिछले कई वर्षों से अवैध कोयला खनन किया जा रहा है. इस कोयले को तस्कर स्थानीय फैक्ट्रियों और झारखंड से बाहर बेचने का काम कर रहे थे. इस सूचना के आधार पर जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से इस क्षेत्र में छापेमारी की और मौके पर अवैध खनन के सबूत पाए.
सुरंगों को बंद करने की प्रक्रिया शुरू
जिला प्रशासन ने इस खतरनाक खनन को रोकने के लिए कंट्रोल ब्लास्टिंग की योजना बनाई है, जिससे इन सुरंगों को पूरी तरह से सील किया जा सके. फिलहाल, जेसीबी मशीनों की मदद से इन अवैध खनन के मुहानों को बंद किया जा रहा है. यह पहली बार है जब प्रशासन ने इतनी बड़ी कार्यवाही करते हुए अवैध कोयला खनन के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं.
रामगढ़ एसपी का बयान
रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने कहा, जिले में अवैध खनन को रोकने के लिए टास्क फोर्स बनाई गई है. डीसी, डीएफओ, डीएमओ, एसडीओ और पुलिस अधिकारी लगातार इस पर कार्रवाई कर रहे हैं. कल हमने डीसी साहब के साथ कोटर बसंतपुर का दौरा किया, जहां देखा कि वर्षों से बंद पड़ी सीसीएल (सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड) की माइंस में सुरंग बनाकर अवैध कोयला निकाला जा रहा था. अब प्रशासन इन सुरंगों को बंद करने की प्रक्रिया में लगा हुआ है और अवैध खनन को रोकने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है.
भविष्य की योजनाएं और प्रशासन की सख्ती
जिला प्रशासन का कहना है कि यह अभियान यहीं नहीं रुकेगा. पूरे जिले में ऐसे अवैध खनन स्थलों की पहचान कर उन्हें सील किया जाएगा. स्थानीय पुलिस लगातार गश्त करेगी और जरूरत पड़ने पर सुरक्षा बलों की भी तैनाती की जाएगी. ताकि कोयला माफियाओं की गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके.