![हेमंत सोरेन और सीता सोरेन. [File photos: PTI/ANI]](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202408/66b04fe686e0e-hemant-soren--sita-soren-050701343-16x9.jpeg?size=1200:675)
झारखंड की बीजेपी नेता और सीएम हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने राज्य की झामुमो सरकार पर हमला बोला है. गिरिडीह के सरिया में एक धार्मिक में पहुंचीं सीता सोरेन ने कहा कि झारखंड की मौजूदा झामुमो सरकार से राज्य की सभी जनता त्रस्त है. हर जगह लूट,हत्या और डकैती की घटनाएं हो रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार में अपराधी बेलगाम हैं और सत्तापक्ष के नेता भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं.
मईया योजना को लेकर भी बोला हमला
सीता सोरेन ने आरोप लगाया कि आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए जनता को बरगलाने के लिए सरकार ने मईया सम्मान योजना की शुरुआत की. लेकिन स्थिति यह है कि लोग फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं. सर्वर डाउन है. सीता सोरेन ने कहा कि आदिवासियों के सम्मान की बात करने वाले हेमंत सोरेन की सरकार को इस राज्य की जनता देख रही है.
उन्होंने कहा कि जब जरूरत पड़ी तो चम्पई सोरेन को राज्य का सीएम बनाया गया. फिर जेल से बाहर निकलते ही हेमंत सोरेन सत्ता के लालच में अपनी लूट और ओछी राजनीति की रोटी सेंकने के लिए फिर से मुख्यमंत्री के पद पर काबिज हो जातें हैं. सीता सोरेन ने कहा कि सभी लोग अपनी जेब गर्म करने में लगे हुए हैं.जबकि झारखंड में बेरोजगार युवा रोजगार की भीख मांग रहे हैं.
रोजगार मांगने वालों को मिल रही लाठियां
सीता सोरेन ने कहा कि सहायक अध्यापक,अनुबंध कर्मी,सहायक पुलिसकर्मी जैसी भर्तियों के लिए जब राज्य में जब शांतिपूर्ण आंदोलन हुए तो उनपर लाठियां बरसाईं गईं. मौजूदा सरकार अपने वोट बैंक को चमकाने के लिए सिर्फ प्रलोभन वाली योजनाएं ला रही है.
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सीता सोरेन ने उपेक्षा का लगाया था आरोप
बता दें कि सीता सोरेन ने परिवार की ओर से उपेक्षा का आरोप लगाकर झामुमो से इस्तीफा दिया था. सीता सोरेन ने कहा था कि शिबू सोरेन (गुरुजी बाबा) ने हम सभी को एकजुट रखने के लिए कठिन परिश्रम किया. अफसोस कि उनके अथक प्रयासों के बावजूद विफल रहे. मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ भी गहरी साजिश रची जा रही है.
दुमका से हारीं थीं सीता सोरेन
बता दें कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में दुमका से सीता सोरेन को प्रत्याशी बनाया था.दुमका झामुमो का गढ़ माना जाता है. लेकिन इस चुनाव में सीता सोरेन को हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी को उम्मीद थी कि सोरेन परिवार की बहू पर दांव खेलकर वह दुमका में सेंध लगा देगी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.