
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे से जुड़े मामले में कोर्ट ने सभी पक्षकारों को अपना पक्ष रखने के लिए 3 अक्टूबर की तारीख तय की है. फेसबुक और ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ हेमंत सोरेन ने बीते 4 अगस्त को शिकायत रांची व्यवहार न्यायालय में दर्ज कराई थी, जिसमें सांसद समेत फेसबुक और ट्विटर को प्रतिवादी बनाया गया है.
इस हाई प्रोफाइल मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट ने स्वीकृति देते हुए सभी पक्षों को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया है, जिसके बाद कोर्ट द्वारा एक के बाद एक करके दो तिथि दी गईं. बावजूद इसके अब तक किसी भी प्रतिवादियों ने अपना पक्ष कोर्ट के समक्ष नहीं रखा है. इसको लेकर न्यायालय ने एक बार फिर अपना पक्ष रखने का समय दिया है.
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी के खिलाफ देवघर की एक कोठी की खरीद में सरकारी दस्तावेज के साथ छेड़छाड़ और जालसाजी का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. देवघर नगर थाना में शिकायतकर्ता विष्णुकांत झा ने यह मामला दर्ज कराया है.
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे उनकी पत्नी अनामिका गौतम के विरुद्ध आरोप है कि उन्होंने अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर गलत तरीके से इस कोठी की खरीद की है. खरीद में नकद रूप में मोटी रकम के लेनदेन को आधार बनाया गया है और इसकी जांच की मांग की गई है. देवघर नगर थाना में धारा 420, 467, 468, 120(बी) व आईपीसी की धारा 34 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई थी.