
झारखंड में ED का एक्शन बरकरार है. मई 2022 से ईडी का एक्शन पूजा सिंघल के ठिकानों पर छापेमारी से शुरू हुआ था जो कि अबतक लगातार चल रहा है. अब 1000 करोड़ के अवैध माइनिंग मामले में साहेबगंज डीसी राम निवास यादव से ईडी रांची में पूछताछ कर रही है. उन्हें ईडी ने समन भेजा था और सोमवार को हाजिर होने के लिए कहा था. इस समन के बाद डीसी समय से प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंच गए थे.
सीनियर आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल जिन्हें मनरेगा घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था, उसके बाद डीसी साहेबगंज दूसरे ब्यूराक्रेट हैं जिन्हें ईडी ने बुलाया है. ईडी ने कुछ महीनों पहले विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि माइन मिनरल का 2020 से 2022 के बीच 1000 करोड़ की अवैध माइनिंग साहेबगंज और उसके आस पास से हुई है. ये माइनिंग पंकज मिश्रा विधायक प्रतिनिधि हेमंत सोरेन के संरक्षण में हुई है.
पंकज मिश्रा पर भी उठ रहे सवाल
पंकज मिश्रा को डीसी साहेबगंज का करीबी बताया जाता है. जांच में पाया गया कि पंकज मिश्रा ने जिला प्रशासन को फोन कॉल्स भी किए था. यह कॉल उन्होंने तब ज्यादा किए जब अवैध माल की धुलाई कर रहा वाहन गंगा में जा गिरा था और दुर्घटना हो गई थी.
CM हेमंत सोरेन ने पूछताछ में कही थी ये बात
इसी मामले में जब सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ हुई थी तब उन्होंने इस पूछताथ पर सवाल खड़े किए थे और उन्होंने कहा था कि माइनर मिनरल का जिम्मा जिला प्रशासन का है, तो उनसे क्यों पूछताछ हो रही है? अगर कोई घोटाला हुआ था तो उसको पकड़ना जिला प्रशासन या अधिकारी का काम है. उन्होंने किसी से या किसी को गड़बड़ होने पर एक्शन लेने से कब मना किया है. तभी से अवैध माइनिंग मामले में ब्यूरोक्रेट्स से पूछताछ की जा रही है.