
साल 2017 तक पूरे आदिवासी बहुल झारखंड को कैशलेस बनाने की मुहिम की शुरुआत हो गई है. राज्य के दो जिलों की चार पंचायतों को कैशलेस घोषित किया गया है. इनमें बोकारो जिले का दुगधा पश्चिमी और दक्षिणी पंचायत व जमशेदपुर के कसिदा और धरमबहाल पंचायत शामिल हैं.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इन पंचायतों को एक-एक लाख रुपये सम्मान राशि देने की घोषणा की है. इन पंचायतों के शत-प्रतिशत लोगों का बैंक खाता खुल गया है. साथ ही इस इलाके में मौजूद 1467 दुकानों में डिजिटल पेमेंट शुरू हो गया है.
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
इन पंचायतों के कैशलेस हो जाने पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर उपायुक्तों और संबंधित पंचायत के मुखिया को धन्यवाद दिया. विकास आयुक्त के मुताबिक बोकारो जिले के दुगधा पश्चिमी पंचायत में कुल 695 परिवार हैं. इन सभी परिवारों का बैंक खाता खुल गया है. साथ ही रूपे (RuPay) कार्ड जारी कर दिया गया है.
पीओएस मशीने जारी
बोकारो जिले के दुगधा पश्चिमी पंचायत की 80 दुकानों में पीओएस मशीन और 60 दुकानों में पेटीएम के माध्यम से लेन-देन हो रहा है. इसी तरह दुगधा दक्षिणी पंचायत के 660 परिवारों का बैंक खाता खोल कर रूपे कार्ड जारी कर दिया गया है. इस पंचायत की 26 दुकानों में पीओएस मशीन और 22 दुकानों में पेटीएम से लेन-देन हो रहा है. जमशेदपुर जिले के कसिदा पंचायत में कुल परिवारों की संख्या 1871 है. इन परिवारों को भी रूपे कार्ड जारी कर दिया गया है. पंचायत की 14 दुकानों में पीओएस मशीन और 670 दुकानों में पेटीएम से लेन-देन हो रहा है. जिले के धरमबहाल पंचायत के सभी 1742 परिवारों को रूपे कार्ड जारी कर दिया गया है. इस पंचायत की 10 दुकानों में पीओएस मशीन और 585 दुकानों में पेटीएम से लेन-देन शुरू हो गया है.