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दुमका कांड: शाहरुख के भाई सलमान की बात में न आई होती फैमिली तो बच जाती अंकिता की जान!

23 तारीख की घटना से 5 दिन पहले भी आरोपी शाहरुख, अंकिता के घर पर आया और डंडे से खिड़की के कांच को तोड़ डाला था. इस पर अंकिता के परिजन पुलिस कंप्लेन करने वाले थे, लेकिन सलमान ने अंकिता के परिजनों से पुलिस कंप्लेन नहीं करने की गुजारिश की. उसने अंकिता के परिवार को आश्वासन दिया कि शाहरुख को दुमका से बाहर भेज देगा.

अंकिता सिंह (फाइल फोटो) अंकिता सिंह (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • दुमका,
  • 30 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 3:41 PM IST

कहते हैं कि क्राइम होने से पहले दस्तक देती है और लोगों को सावधान करती है. ऐसा ही अंकिता हत्याकांड के मामले में हुआ. 23 तारीख की घटना से 5 दिन पहले भी आरोपी शाहरुख, अंकिता के घर पर आया और डंडे से उस खिड़की के कांच को तोड़ डाला, जिससे उसने (शाहरुख) पेट्रोल डालकर अंकिता को आग के हवाले किया था. 

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23 अगस्त से 5 दिन पहले शाहरुख, अंकिता घर के आगे पहुंचा और लाठी-डंडे लेकर हंगामा शुरू कर दिया था. स्थिति को आउट ऑफ कंट्रोल होते देख अंकिता के घर वालों ने पुलिस में शिकायत करने की सोची. इस बात की खबर जब आरोपी शाहरुख के बड़े भाई सलमान को लगी तो वह फौरन अंकिता के परिवार वालों के पास अपने मामा के साथ पहुंचा.

सलमान ने अंकिता के परिजनों से पुलिस कंप्लेन नहीं करने की गुजारिश की. उसने अंकिता के परिवार को आश्वासन दिया कि शाहरुख को दुमका से बाहर भेज देगा. उसके इस आश्वासन से अंकिता के घरवाले मान गए. अंकिता के घर के बाजू में रहने वाले उसके फूफा विनय सिंह ने बताया कि अगर उस दिन सलमान की बात में न आते यह घटना न होती.

विनय सिंह का कहना था कि इस घटना के पुलिस में कंप्लेन नहीं करने से शाहरुख का मन बढ़ गया, उसे लगा कि अंकिता के घर वाले डर गए और ठीक 5 दिन के बाद आरोपी शाहरुख ने उसी खिड़की के सहारे पेट्रोल डालकर अंकिता को आग के हवाले कर दिया, जिसे उसने 5 दिन पहले तोड़ा था. 5 दिन तक जिंदगी से जंग लड़ने के बाद अंकिता की मौत हो गई.

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क्या है पूरा मामला

झारखंड के दुमका की रहने वाली 12वीं की स्टूडेंट अंकिता सिंह की जलाकर हत्या कर दी गई थी. आरोप है कि शाहरुख को अंकिता से एकतरफा प्यार था, अंकिता ने इनकार किया तो 23 अगस्त की सुबह चार बजे शाहरुख अपने दोस्त के साथ पहुंचा, अंकिता सो रही थी, वह खिड़की के रास्ते घर में घुसा और अंकिता पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी.

आग लगाकर आरोपी भाग गया. बेटी को पहले दुमका के अस्पताल में और उसके बाद रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. लड़की पांच दिनों तक हिम्मत दिखाती रही, मगर आखिर में वो जिंदगी की जंग हार गई. मरने से पहले अंकिता ने अपने बयान में शाहरुख को कसूरवार बताया था और चाहती है कि जैसे वह मर रही है, वैसे शाहरुख भी मरे.

इस वारदात के बाद पूरा देश सुलग उठा. झारखंड में अलग-अलग हिस्सों में विरोध की आवाजें गूंजी. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), बजरंग दल, करणी सेना समेत कई संगठन सड़क पर उतर आएं और आरोपी शाहरुख को फांसी की सजा दिलाने की मांग करने लगे. इस मामले में आरोपी शाहरुख पुलिस की गिरफ्त में है.  

(रिपोर्ट- मृत्युंजय कुमार)

 

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