SSP ने की 10 से ज्यादा की मौत की पुष्टि

झारखंड के धनबाद में आशीर्वाद टावर में भीषण आग लगने का मामला सामने आया. आग लगने से पूरी बिल्डिंग में अफरा-तफरी मच गई. धनबाद के SSP संजीव कुमार के मुताबिक इस हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है जबकि रेस्क्यू का काम जारी है. डीसी धनबाद संदीप कुमार ने फोन पर पुष्टि की कि मरने वालों की कुल संख्या 15 है, जिसमें 11 महिलाएं, 3 बच्चे और 1 पुरुष शामिल हैं.
बता दें कि शहर के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के शक्ति मंदिर के पास आशीर्वाद टावर में मंगलवार की शाम भीषण आग लग गई थी. जिसके बाद लोगो में अफरा-तफरी मच गई.
इस आग ने धीरे-धीरे भयावह रूप ले लिया. दमकल की तमाम कोशिशों के बाद भी अब तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका. आशीर्वाद टावर में कितने लोग फंसे हुए हैं, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल सकी है. बिल्डिंग में लगी आग दूर से ही दिखाई दे रही थी.
SSP ने की 10 से ज्यादा की मौत की पुष्टि
पूजा के दौरान चिंगारी से लगी आग
धनबाद के डिप्टी कमिश्नर संदीप कुमार का कहना है कि आशीर्वाद अपार्टमेंट में चल रही किसी पूजा के दौरान चिंगारी से आग लग गई. बचाव कार्य पूरा होने के बाद ही हताहतों की संख्या का पता लगाया जा सकता है. हालांकि एसएसपी ने पुष्टि की थी कि मरने वालों की संख्या 14 से ऊपर है.
दो दिन पहले क्लीनिक में लगी थी आग
बता दें कि दो दिन पहले शहर के ही बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के हाजरा क्लीनिक में आग लगी थी. जिस घटना में 5 लोगों की दम घुटकर मौत हो गई थी. इसके बाद अब आशीर्वाद टावर में भीषण आग लगने का मामला सामने आया है.
19 दुकानें जलकर खाक
इसके अलावा बीते दिन सोमवार को भी धनबाद से आग लगने की खबर आई थी. धनबाद के कुमारधुबी बाजार में सोमवार अल सुबह भीषण आग लग गई. देखते ही देखते यह आग एक के बाद एक कई दुकानों तक फैल गई. इसकी चपेट में आने से 19 दुकानें जलकर खाक हो गईं.
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग किन कारणों से लगी, इस बात का पता लगाने का काम अभी जारी है.
दुकानदारों ने खुद की आग बुझाने की कोशिश
इस घटना में गनीमत ये रही कि आगजनी में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई. जैसे ही लोगों की दुकानों में आग लगी तो सबसे पहले दुकानदारों ने खुद ही उसे बुझाने की कोशिश की. लेकिन आग इतनी भीषण थी कि वह बुझने की जगह और ज्यादा फैलती गई.