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चारा घोटाला मामले में एक बार फिर बढ़ सकती है लालू प्रसाद की मुश्किलें, ये है मामला

घोटाले से जुड़े इस मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने डे-टू-डे सुनवाई करने का आदेश सीबीआई की विशेष अदालत को दिया है. सीबीआई की ओर से जो दस्तावेज अदालत में सौंपे गए हैं उसके आधार पर एक बार फिर लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

लालू यादव की फिर बढ़ सकती है मुश्किल (फाइल फोटो) लालू यादव की फिर बढ़ सकती है मुश्किल (फाइल फोटो)
सत्यजीत कुमार
  • रांची,
  • 10 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 11:12 PM IST
  • सीबीआई की ओर से बहस पूरी हो गई है
  • अब बचाव पक्ष इस मामले में पेश करेंगे अपनी सफाई

बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में एक बार फिर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार (आरसी 47A/96) से अवैध निकासी मामले में सीबीआई की ओर से बहस पूरी हो गई है. अब बचाव पक्ष इस मामले में अपनी सफाई पेश करेंगे. इसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी. अभियोजन पक्ष ने 575 गवाह के बयान के आधार पर बहस पूरी की है. मामले में बचाव पक्ष से 27 आरोपियों की गवाही के आधार पर बहस पूरी करेगी.

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पक्ष के अधिवक्ता ने कोर्ट में डोरंडा कोषागार से जुड़े इस मामले में फिजिकल सुनवाई के लिए एक आवेदन दायर किया है. जिसकी सुनवाई के लिए सीबीआई की विशेष अदालत ने 11 अगस्त की तिथि निर्धारित की है. बुधवार को अदालत यह तय करेगी कि मामले की सुनवाई वर्चुअल होगी या फिजिकल. वजह ये है कि कोरोना काल मे मामले में सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हो रही है.

घोटाले से जुड़े इस मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने डे-टू-डे सुनवाई करने का आदेश सीबीआई की विशेष अदालत को दिया है. सीबीआई की ओर से जो दस्तावेज अदालत में सौंपे गए हैं उसके आधार पर एक बार फिर लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. क्योंकि केस अब अंतिम स्टेज में है. बचाव पक्ष को अपनी सफाई देने का मौका दिया जाएगा. इसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी.
 

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सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह ने बताया कि बहुचर्चित चारा घोटाला का यह सबसे बड़ा मामला है. जहां सीबीआई की ओर से बहस पूरी हो गई है. इस मामले में अवैध निकासी, फर्जी आवंटन, फर्जी आपूर्ति पत्र विपत्र से की गई थी. उन्होंने बताया कि पशुओं की ढुलाई के लिए स्कूटर, बाइक, ऑटो जीप आदि का प्रयोग किया गया था. इसमें पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, तत्कालीन पशुपालन मंत्री के साथ सांठगांठ कर राजस्व की गड़बड़ी की थी. 

इस मामले को लेकर बचाव पक्ष में लालू यादव समेत अन्य आरोपियों ने कुल 26 गवाही दर्ज कराई थी. डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े मामले में लालू प्रसाद समेत 110 आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं. सीबीआई ने शुरू में 170 लोगों को आरोपी बनाया था. लालू समेत 147 आरोपियों के खिलाफ आरोप गठित किया गया था. सुनवाई के दौरान अबतक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र समेत 37 आरोपियों का निधन हो चुका है.
 

घोटाले के तीन मामले में राजद सु्प्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आधी सजा पूरी कर ली है. चाईबासा, देवघर और दुमका कोषागार मामले में लालू की आधी सजा पूरी हो चुकी है. आधी साज पूरी होने के बाद 17 अप्रैल को कोर्ट ने लालू को जमानत दे दी थी. जब उन्हें जमानत मिली थी तब वे दिल्ली एम्स में इलाज करा रहे थे. फिलहाल जेल से निकलने के बाद लालू राजनीति में फिर से एक्टिव हो गए हैं. पिछले दिनों उन्होंने मुलायम सिंह यादव और  शरद यादव से भी मुलाकात की थी. पार्टी की बैठकों को भी वर्चुअली संबोधित किया था. 

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