
झारखंड विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने शानदार प्रदर्शन किया और उनके गठबंधन ने लगातार दूसरी बार सत्ता पर कब्जा जमा लिया है. 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 56 सीटों के साथ जेएमएम के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन ने बड़ी जीत हासिल की है लेकिन इस बड़ी विजय के बावजूद, हेमंत सरकार के चार प्रमुख मंत्री चुनाव हार गए हैं.
चुनाव में हारे हेमंत सोरेन के चार मंत्री
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक विधानसभा चुनाव हारने वाले मंत्रियों में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, जल संसाधन मंत्री मिथिलेश ठाकुर, शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम और समाज कल्याण मंत्री बेबी देवी शामिल हैं. अक्सर विवाद में रहने वाले बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिम सीट से जेडीयू के सरयू रॉय से 7,863 वोटों से हार गए. वहीं, मिथिलेश ठाकुर को गढ़वा सीट से भाजपा के सत्येंद्र नाथ तिवारी ने 16,753 वोटों से पराजित किया है.
शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम को भी मिली शिकस्त
वहीं लातेहार सीट से चुनाव लड़े शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम भाजपा के प्रकाश राम से मात्र 434 वोटों के मामूली अंतर से हार गए. इसी तरह, बेबी देवी, जो अप्रैल 2023 में अपने पति जगन्नाथ महतो के निधन के बाद मंत्री बनी थीं, डुमरी सीट से जेएलकेएम के जयराम कुमार महतो से 10,945 वोटों से पराजित हुईं हैं.
बेबी देवी के विभाग द्वारा शुरू की गई लोकप्रिय 'मैयां सम्मान योजना', ने इंडिया गठबंधन की जीत में अहम भूमिका निभाई लेकिन खुद बेबी देवी चुनाव हार गईं. इस लोकप्रिय योजना के तहत 18-50 साल की महिलाओं को 1,000 रुपये की मासिक सहायता दी जाती है.
मैयां सम्मान योजना की जीत में अहम भूमिका
हेमंत सरकार ने इस चुनाव में इस राशि को 2500 रुपये प्रति माह तक बढ़ाने का वादा किया था. इससे राज्य की 57 लाख महिलाओं को आर्थिक लाभ मिलेगा. हालांकि शानदार जीत के बाद भी चार मंत्रियों की हार ने जीत के जश्न को थोड़ा फीका कर दिया है.