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झारखंड: हेडमास्टर ने काटा तिरंगा, उसी टुकड़े से साफ कराए कुर्सी-टेबल, मचा बवाल

झारखंड के जमशेदपुर में एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर ने तिरंगे को कैंची से काट दिया जिसके बाद ग्रामीणों और बच्चों के परिजनों ने जमकर बवाल काटा. लोगों के हंगामे के बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और हेडमास्टर को जमकर फटकार लगाई. इसके बाद उनके खिलाफ थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई है.

तिरंगे को काटने के बाद मचा बवाल तिरंगे को काटने के बाद मचा बवाल
अनूप सिन्हा
  • जमशेदपुर,
  • 09 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:34 PM IST

झारखंड के जमशेदपुर में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के अपमान का मामला सामने आया है. शहर से करीब 60 किमी दूर घाटशिला में मध्य विद्यालय के हेडमास्टर सफक इकबाल पर छात्राओं से राष्ट्रीय झंडे से टेबल-कुर्सी साफ करवाने का आरोप लगा है.

वहीं हेडमास्टर ने सफाई देते हुए कहा है कि चूहे ने झंडे को काट दिया था इसलिए कैंची से उसके टुकड़े कर दिए थे.

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घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल का घेराव कर हंगामा करने लगे. लोगों ने स्कूल के हेडमास्टर सफक इकबाल के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की.

हंगामे की सूचना मिलते ही जिला परिषद सदस्य करण सिंह स्कूल पहुंचे और हेडमास्टर, अभिभावकों और ग्रामीणों से मामले की जानकारी ली. इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी को सूचना दी गयी. साथ ही विधि-व्यवस्था भंग न हो इसलिए अनुमंडल कार्यपालक दंडाधिकारी जयप्रकाश करमाली को सूचना देकर मामले की जांच कर तत्काल हेडमास्टर पर कार्रवाई करने की मांग की गयी. 

ग्रामीणों ने मांग की कि हेडमास्टर पर कार्रवाई करते हुए देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए. यह राष्ट्रीय ध्वज का अपमान है. वहीं स्कूल की ही दो छात्राओं ने स्कूल अलमीरा खोलकर टेबल-कुर्सी पोछने वाला झंडा निकाल कर दिखाया. 

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सूचना मिलने पर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुबोध राय और कार्यपालक दंडाधिकारी केशव भारती पुलिस के साथ विद्यालय पहुंचकर मामले की जानकारी ली. उन्होंने हेडमास्टर सफक इकबाल को जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि राष्ट्रीय ध्वज का क्या महत्व है, आपको जानकारी नहीं है.

अधिकारी ने हेडमास्टर से कहा कि शिक्षक होते हुए भी इस तरह का आपने अपराध किया है. निश्चित रूप से आप पर विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ यदि स्थानीय लोग आवेदन देंगे तो मामला दर्ज किया जाएगा.

वहीं हेडमास्टर सफक इकबाल का कहना था कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी कि झंडा को काटना अपराध है, इसलिए जहां तक चूहे ने काटा था उसे काटकर उन्होंने हटा दिया. शेष झंडे को अलमीरा के अंदर रखा दिया था.

वहीं स्कूल की दो छात्रा रीमा नामाता और वर्षा नामाता ने कार्यपालक दंडाधिकारी और प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को बताया कि एक छात्र ने राष्ट्रीय ध्वज को पकड़ कर रखा था, हेडमास्टर सर ने कैंची से काटा और कटे हुए झंडे से हम लोगों से टेबल-कुर्सी साफ करवाया.

कार्यपालक दंडाधिकारी केशव भारती ने राष्ट्रीय ध्वज काटे जाने के मामले में बताया कि छात्र-छात्राएं, शिक्षक- शिक्षिकाओं और ग्रामीणों से जो जानकारी मिली है उससे यह प्रतीत होता है कि हेडमास्टर सफक इकबाल ने बहुत बड़ी गलती की है.

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उन्होंने कहा कि प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि रिपोर्ट बनाकर डीईओ, डीएसपी को भेजे हैं. ये दोषी पाए गए हैं और इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जानकारी के मुताबिक थाने में हेडमास्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है. जिला पार्षद ने अपने तरफ से थाने में यह मामला दर्ज कराया है.

 

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