
हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के विरोध में आदिवासी संगठनों ने आज झारखंड बंद का ऐलान किया है. झारखंड के सभी आदिवासी संघों ने इसे लेकर पोस्टर भी जारी किए हैं, जिन पर हेमंत सोरेन की तस्वीर है.
बता दें कि बुधवार देर रात गिरफ्तारी से पहले हेमंत ने राजभवन पहुंचकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया. उनकी जगह चंपई सोरेन को राज्य का नया मुख्यमंत्री चुना गया. चंपई ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. चंपई सोरेन ने 43 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा था.
गुरुवार को सुबह 10.30 बजे अदालत में सुनवाई
जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार हेमंत सोरेन की अपील पर गुरुवार को सुबह 10.30 बजे अदालत में सुनवाई होगी. ईडी के समन के खिलाफ हेमंत हाईकोर्ट पहुंचे हैं. उन्होंने गिरफ्तारी के खिलाफ कोर्ट में रिट याचिका दायर की है. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा कि ED, CBI और IT अब सरकारी एजेंसियां नहीं बल्कि बीजेपी की 'विपक्ष मिटाओ सेल' बन चुकी हैं. खुद भ्रष्टचार में डूबी बीजेपी सत्ता की सनक में लोकतंत्र को तबाह करने का अभियान चला रही है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जो मोदी के साथ नहीं गया, वो जेल जाएगा. खड़गे ने कहा कि विपक्ष को डराना, बीजेपी की टूलकिट का हिस्सा है.
कौन हैं चंपई सोरेन
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से पहले जेएमएम के विधायकों ने चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया. झारखंड टाइगर नाम से मशहूर चंपई सोरेन अब राज्य के अगले मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वर्तमान में चंपई झारखंड के कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री हैं. इससे पहले तक हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना का भी नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में चल रहा था.
चंपई सोरेन सरायकेला-खरसावां जिले स्थित जिलिंगगोड़ा गांव के रहने वाले हैं. उनका पिता का नाम सिमल सोरेन है, जो कि खेती किसानी किया करते थे. चंपई चार बच्चों में बड़े बेटे हैं. 10वीं क्लास तक सरकारी स्कूल से चंपई ने पढ़ाई लिखाई की. इस बीच उनका विवाह कम उम्र में ही मानको से कर दिया गया. शादी के बाद चंपई के 4 बेटे और तीन बेटियां हुईं.
बीजेपी सरकार में भी रह चुके हैं मंत्री
बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा की 2 साल, 129 दिन की सरकार में झामुमो नेता चंपई सोरेन को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था और अहम मंत्रालय दिए गए थे. चंपई 11 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 तक मंत्री रहे. इसके बाद राष्ट्रपति शासन लग गया था और फिर हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में चंपई सोरेन को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, परिवहन मंत्री बनाया गया.