
देश में बढ़ती महंगाई से आम जनता त्रस्त हो गई है. लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी इस बात को स्वीकार कर चुकी हैं. लेकिन बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने महंगाई मुद्दे को ही खारिज कर दिया है. उनके मुताबिक महंगाई कही पर है ही नहीं और इसी वजह से विपक्ष को भी ये कही देखने को नहीं मिल रही. अब जयंत सिन्हा के इस एक बयान ने उन लोगों को और ज्यादा आक्रोशित कर दिया है जो पहले ही बढ़ती महंगाई से परेशान हो गए हैं. जयंत सिन्हा के संसदीय क्षेत्र हजारीबाग में ही लोग महंगाई से त्राहिमाम कर रहे हैं.
आजतक ने जमीन पर जाकर हजारीबाग के लोगों से सीधी बात की है. उनसे महंगाई पर सवाल पूछे हैं, सरकार के काम पर रिपोर्ट मांगी है. अब जो सामने आया है, उससे साफ है कि लोग महंगाई के साथ-साथ सरकार की उदासीनता से भी खफा चल रहे हैं. स्थानीय निवासी अनिल प्रसाद बताते हैं कि कोई भी सरकार आती है तो महंगाई बढ़ती ही जाती है. ना बच्चों को पढ़ा पा रहे हैं और ना कुछ कर पा रहे हैं, आदमी खा पी रहा है बस मर नही रहा, यही गनीमत है. वहीं देव कुमार सिन्हा ने तो और तल्ख अंदाज में कहा है कि खाद्यानों के जीएसटी को कम करना चाहिए, जो गरीब है उनको महंगाई का सामना करना पड़ रहा है. सांसद को आ कर देखना चाहिए कि महंगाई है या नहीं.
बातचीत के दौरान कुछ लोग तो ऐसे भी सामने आए जिन्होंने साफ कर दिया कि सांसद जयंत सिन्हा जीतने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र ही नहीं आए हैं. इसी वजह से वे महंगाई को कोई मुद्दा नहीं मान रहे हैं. अब लोगों के अलावा विपक्ष भी जयंत सिन्हा के इन दावों को सिरे से खारिज कर रहा है. लेकिन खुद सिन्हा अपने दावों पर बने हुए हैं. उनके मुताबिक मोदी सरकार ने महंगाई रोकने के लिए जो कदम उठाए हैं, वो बेमिसाल रहे. गरीबों को राशन दिया गया, बिजली मिली, गैस सिलेंडर मिला. ऐसे में कोई भी परेशान नहीं बल्कि खुशहाल है.
बिस्मय अलंकार की रिपोर्ट