
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में सात ग्रामीणों की हत्या का मामला बढ़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज गुरुवार को पश्चिमी सिंहभूम जाएंगे और मारे गए आदिवासियों के परिजनों से मुलाकात करेंगे. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पूरे मामले की जांच के लिए 6 नेताओं की टीम बनाई है.
घटना पर बीजेपी की यह टीम बुरुगुलीकेला जाएगी और पत्थलगड़ी के प्रदर्शनकारियों की मौत के मामले की जांच करके एक रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंपेगी.
इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूरे घटनाक्रम पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की और घटना के बारे में जानकारी दी. साथ ही कैबिनेट विस्तार पर भी चर्चा की.
इससे पहले झारखंड में 22 जनवरी को 7 आदिवासियों की हत्या को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया. केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि यह बहुत चिंता का विषय है. अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारखंड की सरकार खुद को आदिवासी हितैषी कहती है, फिर भी इतनी बड़ी जघन्य घटना हो जाती है.
उन्होंने कहा कि इस मामले में मेरे मंत्रालय द्वारा जांच की जा रही है और पूरी जानकारी ली जा रही है. निर्दोष आदिवासियों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई.
अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रदेश सरकार शासन व्यवस्था को दुरुस्त करे और निर्दोष आदिवासियों की हत्या में शामिल लोगों को सजा दिलाने के लिए जांच समिति का गठन करे और इस मामले को न्यायपूर्ण तरीके से सुलझाया जाए.
इसे भी पढ़ें--- झारखंड: जानें- क्या है पत्थलगड़ी आंदोलन, जिसमें दर्ज केस हेमंत सोरेन ने लिए वापस
सीएम सोरेन बोले- घटना दुर्भाग्यपूर्ण
इससे पहले 22 जनवरी को झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में पत्थलगड़ी समर्थकों द्वारा कथित रूप से 7 लोगों को अगवा कर लिया गया और बाद में उनकी हत्या कर दी गई. घटना के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
इसे भी पढ़ें--- उपमुखिया समेत सात ग्रामीणों का शव बरामद, पत्थलगड़ी समर्थकों पर है हत्या का आरोप
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने ट्वीट में कहा, 'मैं इस तरह की घटना से आहत हूं. कानून सभी के ऊपर है. आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. हम अधिकारियों के साथ समीक्षा करेंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.'