
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है. लाभ के पद मामले से अभी निकले भी नहीं थे कि अवैध खनन घोटाला केस में ईडी ने तलब किया है. हजार करोड़ के अवैध खनन मामले में सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ने समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है. कांग्रेस-जेएमएम विधायकों ने सोरेन के घर पर बैठक की. सीएम हेमंत सोरेन ने मंशा साफ कर दी कि न तो ईडी के दफ्तार जाएंगे और न ही अपने तेवर ढीले करेंगे बल्कि बीजेपी के खिलाफ आक्रमक रुख अपनाएंगे?
अवैध खनन मामले में ईडी के समन के बाद बुधवार को सत्तापक्ष के विधायकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर बैठक की, जिसमें पूरे घटनाक्रम को बीजेपी की साजिश करार देते हुए निर्णय लिया गया कि इस साजिश के कारण जो परिस्थितियां बनी हैं, उसका डटकर मुकाबला करेंगे. सीएम हेमंत सोरेन के बजाय कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन के विधायक ईडी के दफ्तर पहुंचेंगे और धरना प्रदर्शन करेंगे. ये धरना प्रदर्शन राजभवन के सामने भी किया जाएगा.
जेएमएम ने कहा कि बीजेपी केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की साजिश कर रही हैं, जिसे पर्दाफाश करने का भी निर्णय लिया गया. ऐसे में तय किया गया है कि सोरेन सरकार को अस्थिर करने में जुटे राज्यपाल और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा. कांग्रेस और जेएमएम के विधायक गुरुवार को राजभवन और ईडी ऑफिस के सामने धरना देंगे. इतना ही नहीं प्रदेश के हर जिला मुख्यालय में आंदोलन होगा. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि भाजपा को अगर आक्रमण करना है तो वह सीधे करे. राज्यपाल की मंशा सरकार को बर्खास्त करने की है तो सीधे कार्रवाई करें.
हेमंत का आज रायपुर में प्रोग्राम
वहीं, सीएम हेमंत सोरेन गुरुवार को छत्तीसगढ़ जा रहे हैं. रायपुर में हो रहे आदिवासी नृत्य महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि वो शामिल होंगे. पहली बार सीएम हेमंत सोरेन ने अपने सरकारी कार्यक्रम की जानकारी समय से काफी पहले मीडिया को दे दी है. सोरेन ने आगामी 15 नवंबर तक के अपने सरकारी कार्यक्रम की जानकारी देकर ईडी को स्पष्ट संदेश दिया है कि वो ईडी के सामने किसी हाल में हाजिर नहीं होने जा रहे हैं. इस तरह सोरेन के बजाय सत्ता पक्ष के सभी विधायक एकजुट होकर सड़क पर उतरेंगे.
क्या अब जेल से ही सरकार चलाएंगे सोरेन
ईडी के समन के बाद बीजेपी का खेमा सोरेन पर हमलावर हो गया. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने जहां सोरेन से इस्तीफा मांग लिया तो बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने पूछा कि क्या अब जेल से ही सरकार चलाएंगे सोरेन. मरांडी ने कहा कि सोरेन देश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री बनेंगे जो घपले घोटाले और लूट के आरोप में मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए ईडी के यहां पूछताछ के लिए पेश होंगे. भगवान न करे कि ये जेल से ही राज्य चलानेवाले मुख्यमंत्री का रिकार्ड भी झारखंड के नाम कर दें.
मुख्यमंत्री सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि हमारे विपक्ष के अनुरोध पर हमें भी बुलावा आया है. यह दर्शाने का प्रयास किया गया है कि देखो ईडी कितना ताकतवर है. विपक्ष इस गलतफहमी में हैं कि जब वह राजनैतिक रूप से हमारा सामना नहीं कर सके तो संस्थाओं का दुरुप्रयोग करेंगे. इनके हर षड्यंत्र का जवाब यहां की जनता इन्हें देगी. इस तरह से सोरेन ने साफ कर दिया है कि बीजेपी के खिलाफ आक्रमक रुख अपना रखेंगे.
झारखंड में एटम बम फटेगा...
बता दें कि पिछले दिनों राज्यपाल रमेश बैस ने छत्तीसगढ़ में बयान दिया था कि झारखंड में एटम बम फटेगा. ऐसे में हेमंत सोरेन को ईडी ने अवैध खनन मामले में तलब किया तो जेएमएम विधायक ने कहा कि राज्यपाल को अब छत्तीसगढ़ में ही जवाब दिया जाएगा. वैधानिक संस्थाओं का पूरा सम्मान करते है, लेकिन इसके राजनीतिक दुरुपयोग का विरोध भी करते रहेंगे.
ईडी का शिकंजा
ईडी ने इस साल जुलाई में हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था और लगभग 12 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की थी. ईडी ने झारखंड में कई जगहों पर छापेमारी कर कई अहम दस्तावेज और 5 करोड़ रुपए बरामद किए थे. ईडी ने अगस्त के महीने में हजार करोड़ के अवैध खनन के मामले में प्रेम प्रकाश नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था. प्रेम प्रकाश को सीएम हेमंत सोरेन का बेहद करीबी बताया जाता है. ईडी ने प्रेम प्रकाश के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का भी मुकदमा दर्ज किया था।ईडी ने अवैध खनन केस में झारखंड, बिहार, तमिलनाडु और दिल्ली-एनसीआर में 16 जगहों पर छापेमारी की थी अवैध खनन के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी ईडी के रडार पर हैं.